IDBI Bank Privatisation: आईडीबीआई बैंक के निजीकरण का रास्ता साफ हो गया है. सरकार और लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ने साथ में 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. केंद्र सरकार अपने कुल हिस्सेदारी में से 30.48 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. वहीं एलआईसी 302.4 फीसदी हिस्सेदारी घटाएगी.
IDBI Bank में बेचेगी हिस्सेदारीDIPAM के सचिव ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार और एलआईसी साथ मिलकर आईबीबीआई बैंक में 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. संभावित बोली लगाने वालों से DIPAM के सचिव द्वारा बोली मंगाई जाती है. ट्वीट में कहा गया है कि इस विनिवेश के साथ आईडीबीआई बैंक का मैनेजमेंट कंट्रोल भी ट्रांसफर किया जाएगा.
केंद्र सरकार और एलआईसी दोनों ही साथ में IDBI बैंक में हिस्सेदारी बेचने जा रही है. केंद्र सरकार और एलआईसी दोनों ही को जोड़ दें तो दोनों के पास आईडीबीआई बैंक की 94 फीसदी हिस्सेदारी है. आईडीबीआई बैंक में कितनी हिस्सेदारी बेची जाए इसे लेकर लगातार चर्चा की जा रही थी. लेकिन अब ये साफ हो गया है कि सरकार और एलआईसी मिलकर 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 में आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बेचने सरकार ने लक्ष्य रखा हुआ है.
आपको बता दें आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमिटी ने मई 2021 में ही सैद्धांतिक तौर पर आईडीबीआई बैंक में स्ट्रैटजिक विनिवेश और मैनेजमेंट कंट्रोल देने पर अपनी मंजूरी दे दी है. IDBI Bank में सरकार की हिस्सेदारी 45.48 फीसदी है. वहीं, एलआईसी की 49.24 फीसदी हिस्सेदारी है.
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