Pushpendra Kumar Success Story: 'लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती'- सोहन लाल द्विवेदी की कविता की यह पंक्ति पुष्पेंद्र कुमार (Pushpendra Kumar) पर बिल्कुल सही बैठती है. बिहार के एक छोटे से गांव के रहने वाले पुष्पेंद्र इसी बात का जीता जागता सबूत है कि इंसान अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति और मेहनत की वजह से बुलंदियों को हासिल कर सकते हैं. पुष्पेंद्र की अमेरिकी कंपनी गूगल (Google) में जॉब लग गई है. वह जमुई के झाझा के बूढ़ीखाड़ इलाके के रहने वाले हैं. अपनी इस उपलब्धि के साथ पुष्पेंद्र ने न केवल अपने परिवार का, बल्कि अपने गांव का भी नाम रोशन किया है. 

Continues below advertisement

गूगल में जाना पुष्पेंद्र का था सपना

दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद पुष्पेंद्र ने आईआईटी जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थान में अपने दम पर दाखिला लिया. पुष्पेंद्र का सपना था कि यहां से पढ़ाई पूरी कर वह गूगल जैसी किसी बड़ी टेक कंपनी के साथ जुड़े और उनका यह सपना अब पूरा हो चुका है. फिलहाल आईआईटी खड़गपुर (IIT Kharagpur) में पढ़ाई कर रहे पुष्पेंद्र को कोर्स खत्म होने से पहले ही गूगल में डेटा साइंटिस्ट (Data scientist) के तौर पर काम करने का जॉब ऑफर हुआ है. 

39 लाख का पैकेज हुआ ऑफर

पुष्पेंद्र ने इंडिया डॉटकॉम को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि गूगल उनकी आखिरी मंजिल नहीं है, बल्कि उन्हें जीवन में और भी बहुत कुछ हासिल करना है. उन्होंने जानकारी दी कि फिलहाल वह भारत में रहकर गूगल के लिए काम करेंगे, जिसके बदले उन्हें सालाना 39 लाख का पैकेज ऑफर किया गया है.

Continues below advertisement

अगर आने वाले समय में कंपनी उन्हें विदेश भेजती है, तो उनका पैकेज इससे चार गुना ज्यादा होगा. पुष्पेंद्र को गूगल में जॉब मिलने की खबर से उनके गांव और परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई. जब वह अपने घरवालों से मिलने के लिए गांव लौटे, तो उनके दादा-दादी ने आरती उतारकर और मिठाई खिलाकर अपने पोते की कामयाबी का जश्न मनाया.

जमुई के अभिषेक ने भी किया जिले का नाम रोशन

पुष्पेंद्र ने बिहार तक से हुई बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई झारखंड के जसीडीह से पूरी की. साल 2018 में इंटरमीडिएट पास करने के बाद आईआईटी जाने की प्रेरणा उन्हें अपने दोस्तों से मिली.

पुष्पेंद्र से पहले झाझा के ही अभिषेक कुमार (Abhishek Kumar) का सिलेक्शन गूगल में हुआ था. अभिषेक पहले जर्मनी में रहकर अमेजन (Amazon) के लिए काम कर चुके हैं और वहीं से उन्हें सालाना 2 करोड़ के पैकेज पर गूगल में सॉफ्टवेयर डेवलपर का जॉब ऑफर हुआ. 

ये भी पढ़ें

देश के इन दिग्गज निवेशकों ने साल 2024 में की ताबड़तोड़ कमाई, लिस्ट में झुनझुनवाला से आशीष कचौलिया तक