Gold Price @60,000 Likely: अगर आपने सोने में निवेश किया है या करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. 2023 में सोने का भाव 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम को छू सकता है. शेयर बाजार में जारी उठापटक, कमरतोड़ महंगाई के मद्देनजर अपनी निवेशक हेजिंग के लिए सोने में निवेश करेंगे जिससे सोने के दाम नए रिकॉर्ड को छू सकता है. 


अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें मार्च में 2,070 डॉलर प्रति औंस के हाई को छूने के बाद नवंबर 2022 में घटकर 1,616 डॉलर प्रति औंस के निचले स्तर तक आ गयी लेकिन इन लेवल से सोने के भाव में सुधार हो रहा है. कई जानकार 2023 में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 2500 डॉलर प्रति औंस तक छूने की उम्मीद जाहिर कर रहे हैं. मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमत 1,803 डॉलर प्रति औंस है. 


मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एमसीएक्स) पर सोना 54,790 रुपये प्रति 10 ग्राम है. एमसीएक्स पर साल की शुरुआत में सोने का भाव 47,850 रुपये प्रति 10 ग्राम था और फिर मार्च में 55,680 रुपये प्रति 10 ग्राम के शिखर पर पहुंच गया। सितंबर में यह 48,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के निचले स्तर पर आ गया. भविष्य में भू-राजनीतिक स्थिति, मंदी की चिंता, मुद्रास्फीति के रुझान और क्रिप्टो परिसंपत्तियों के लिए कम मांग जैसे कारणों से सोने की कीमतों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. वैश्विक अनिश्चितता के दौर में सोने को हमेशा से एक सुरक्षित निवेश के तौर पर दखा जाता है. 


कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष और कमोडिटी रिसर्च के प्रमुख रविंद्र वी राव ने कहा कि, ''अगले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के सकारात्मक रुझान के साथ 1,670-2,000 डॉलर के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। एमसीएक्स पर सोना 48,500-60,000 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर को और सख्त करने से अगले साल की पहली तिमाही में सोने की कीमतों पर गहरा असर पड़ सकता है.


बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष के चलते सोने की कीमतों में अल्पकालिक वृद्धि हुई. उन्होंने कहा कि वर्ष के दौरान मुद्रास्फीति को प्रबंधित करने के लिए फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की, जिससे सोने के लिए धारणा प्रभावित हुई. 


अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के चेयरमैन आशीष पेठे ने कहा, 2022 की दूसरी छमाही (जुलाई-दिसंबर) में सोने और सोने के आभूषणों की मांग में जोरदार वापसी हुई है. सोने की कीमत में बढ़ोतरी का असर रिटेल स्टोर्स पर पड़ा है.  अगर सोने के दाम स्थिर हो जाती हैं तो आने वाले साल में अच्छी सेल्स की उम्मीद है. 


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