Diwali 2022 Financial Security: दिवाली के त्योहार पर आप एक नई शुरुआत कर सकते है. इस खास त्योहार पर आप खुद को फाइनेंशियल सिक्योरिटी (Financial Security) का जबरदस्त गिफ्ट दें सकते है. दिवाली को फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) की शुरुआत करने के लिए काफी शुभ माना गया है.


आज के समय में हर व्यक्ति और उसके परिवार को फाइनेंशियल प्लानिंग करना बेहद जरूरी हैं. हम आपको इस खबर में फाइनेंशियल सिक्योरिटी के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे है, कि आपको कैसे फैसला करना चाहिए. 


फाइनेंशियल टार्गेट
फाइनेंशियल टार्गेट (Financial Target) का समय-समय पर मूल्यांकन और रिसर्च करनी चाहिए. इससे विपरित परिस्थितियों में आपको फाइनेंशियल मदद मिलती है. इसमें बच्चों की शिक्षा, शादी के खर्च, मंथली इनकम, रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में होने वाले खर्च जैसे तमाम जीवन के टारगेट पर विचार करना बेहद जरूरी है. आपको सावधानीपूर्वक अपना फाइनेंशियल टारगेट निर्धारित करना चाहिए. इनमें से ज्यादातर पर लंबी अवधि के निवेश की जरुरत पड़ती है. 


Investment Scheme 
मालूम हो कि देश और दुनिया में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) ने हेल्थ के साथ दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को बुरी तरह हिलाकर रख दिया. इस संकट में कई लोगों की नौकरियां तक चली गई, कई परिवारों ने नए घर खरीदने का प्लान तक कैंसिल कर दिया. कई लोगों ने अपनी शादियां टाल दी. ऐसे में कई परिवारों को गारंटी रिटर्न (Guaranteed Return) देने वाली इनवेस्टमेंट स्कीम (Investment Scheme) ने ही सहारा दिया है. 


ऐसे चुनें अपना प्लान
आपको अपना इंश्योरेंस कवर (Insurance Cover) लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इंश्योरेंस कवर वाले व्यक्ति की अचानक मृत्यु होने के बाद उसके अकाउंट से जुड़े नॉमिनी को ही पैसा दिया जाता है. इनकम और फाइनेंशियल टार्गेट को पूरा करने के लिए प्रीमियम पेमेंट शर्तों और पॉलिसी टर्म्स को चुनकर गारंटीड लाइफ इंश्योरेंस प्लान्स लेना चाहिए. 


टैक्स में मिलेगी छूट 
आपको बता दें कि इंश्योरेंस कवर से आप टैक्स में छूट का फायदा ले सकते है. गारंटीड प्रोडक्ट को दो कैटेगरी में बाटा गए हैं, गारंटीड सेविंग्स प्लान्स (Guaranteed Savings Plans) और गारंटीड इनकम प्लान (Guaranteed Income Plans) है. गारंटीड सेविंग्स प्लान्स एक सेविंग जमा प्लान है जो मैच्योरिटी के बाद एक साथ रिटर्न लाभ देता है. गारंटीड इनकम प्लान पर रेगुलर इनकम पेऑउट और इश्योरेंस प्लान की अवधि पूरी हो जाने के बाद एकमुश्त लाभ मुहैया कराता है. साथ ही इस पर इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 80C और सेक्शन 10(10D) के टैक्स छूट में लाभ भी मिलता है.


इसका रखें जरूर ध्यान 
आपको बता दें कि आपकी इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) की अवधि जितनी लंबी होगी. उतना ही बेहतर आपके और आपके परिजनो के लिए साबित होगी. ये पॉलिसी बीमित शख्स की फाइनेंशियल सिक्योरिटी को मजबूत करने में मददगार साबित होगी. इन प्रोडक्ट के साथ ढेर एड-ऑन भी शामिल होते हैं. जो आपके भविष्य को और ज्यादा सुरक्षा देने में मदद करते हैं. 


 


डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.


 


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