Indian Economy: देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष की दूसरी जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.3 फीसदी की दर से बढ़ेगी, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 9.4 फीसदी रहेगी. प्रमुख रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स ने यह अनुमान लगाया है. यह आम सहमति वाले वृद्धि दर के अनुमान से 0.1 फीसदी कम है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि एग्रीकल्चर सेक्टर की वृद्धि दर लगातार नौ तिमाहियों में तीन फीसदी से अधिक रही है. इसकी वजह से अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर ऊंची रहेगी.


वैक्सीनेश में आई तीन गुना की तेजी
इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि एग्रीकल्चर सेक्टर की ऊंची वृद्धि की वजह से उपभोक्ता खर्च बढ़ा है, जिससे निजी अंतिम उपभोग खर्च में तेजी आई है. एजेंसी ने कहा कि इसका एक अन्य प्रमुख कारण वैक्सीनेशन में लगभग तीन गुना उछाल है, जो अक्टूबर के अंत तक बढ़कर 89.02 करोड़ पर पहुंच गया. वहीं, जून के अंत तक यह आंकड़ा 33.57 करोड़ था.


आज जारी होंगे जीडीपी के आंकड़े
सरकार मंगलवार को जीडीपी आंकड़ों की घोषणा करेगी. इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही कोविड की दूसरी लहर से प्रभावित थी, जिससे कार्यस्थल की गतिशीलता कम हो गई और इससे आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुईं.


निवेश गतिविधियों को मिला समर्थन
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि टीकाकरण की गति तेज होने के बाद कार्यस्थल की गतिशीलता में सुधार हुआ. इंडिया रेटिंग्स ने कहा कि सरकार बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर ध्यान दे रही है, जिससे निवेश गतिविधियों को समर्थन मिला है. ‘‘हमारा अनुमान है कि दूसरी तिमाही में निश्चित पूंजी सृजन करीब 8.5 फीसदी बढ़ेगा.’’


दूसरी तिमाही में बढ़ा सरकार का निवेश
रेटिंग एजेंसी ने कहा, ‘‘दूसरी तिमाही में सरकार का निवेश 51.9 फीसदी बढ़ा है जो चालू वित्त वर्ष की पिछली तिमाही में 26.3 फीसदी बढ़ा था. इसी तरह 24 राज्यों का निवेश दूसरी तिमाही में 62.2 फीसदी बढ़ा है, जो पहली तिमाही में 98.4 फीसदी बढ़ा था. इसके बावजूद निजी निवेश या खर्च में पुनरुद्धार धीमा और कुछ क्षेत्रों तक सीमित है.’’


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