India Consumer Market Growth: देश में स्थिर मांग को देखते हुए दुनिया की बड़ी उपभोक्ता कंपनियां भारत पर भरोसा दिखा रही हैं. विदेशी कंपनियां का मानना है कि, भारत में उनके उत्पादों की मांग बढ़ सकती है. इसलिए वे लगातार भारत में निवेश करने की योजना बना रहे है.

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हालांकि, दूसरी तिमाही में हुई भारी बारिश, जीएसटी रिफॉर्म के बाद कंपनियों का प्रदर्शन स्थिर रहा है. जिसके कारण उम्मीद जताई जा रही है कि, आने वाले दिनों में बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है. ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक दर्जन से भी अधिक कंपनियों के प्रमुख अधिकारियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि, वे भारत में निवेश जारी रखने वाले हैं. 

क्या कहती है रिपोर्ट?

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ईटी की एक रिपोर्ट में इस बात की जानकारी मिली कि, दुनिया की बड़ी दिग्गज उपभोक्ता कंपनी भविष्य में भारत में निवेश जारी रखने की योजना बना रहे हैं. ऐसा इसलिए कि, देश में इन उत्पादों की खपत स्थिर बनी हुई है. साथ ही इनकी मांग भी तेजी से बढ़ रही है.

मोंडेलेज, यूनिलीवर, कार्ल्सबर्ग, कोलगेट-पामोलिव, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, कोका-कोला, पेप्सिको, एप्पल, पापा जॉन्स और डियाजियो जैसी कंपनियों की प्रमुख ने इस बात को स्वीकारा कि, भारत तेजी से बढ़ते हुए बाजार के रुप में आज भी अपना स्थान बनाए हुए है. 

ग्रामीण इलाकों में हो रही बिक्री

भारत में इन उत्पादों की बिक्री शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी होती है. ग्रामीण इलाकों में इन उत्पादों की बिक्री शहरों की तुलना में ज्यादा तेज बनी हुई है. कंपनियां जहां शहरी उपभोक्ताओं के लिए प्रीमियम प्रोडक्ट्स पर ध्यान दे रही हैं, वहीं ग्रामीण हिस्सों में बिक्री स्थिर बनी हुई है.

कोलगेट-पामोलिव के सीईओ नोएल वालेस के मुताबिक, शहरों में मांग थोड़ी सुस्त है, लेकिन गांवों में स्थिति उम्मीद से बेहतर है. साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की कंपनियां भी भारत में लगातार अपना निवेश बढ़ा रही हैं. एपल के सीईओ टिम कुक के अनुसार, सितंबर तिमाही में कंपनी ने भारत में अपना अब तक का सबसे ज्यादा राजस्व हासिल किया है और देश में कई नए स्टोर भी खोले गए हैं.

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