Federal Reserve Rate Hike: जैसी आशंका जताई जा रही थी वैसा ही हुआ है और अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दरों को 0.75 फीसदी बढ़ा दिया है. इसके बाद फेडरल रिजर्व की दरें साल 2008 के उच्च स्तर तक चली गई हैं. फेड का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब दुनियाभार में मंदी की आशंका और आहट का खतरा जताया जा रहा है. फेड के इस फैसले से अमेरिकी बाजार कल जोरदार गिरावट पर बंद हुए हैं.


क्या है फेडरल रिजर्व का बड़ा फैसला
फेडरल रिजर्व ने कल अपनी बैठक में प्रमुख अल्पकालिक दरों को 0.75 फीसदी बढ़ाते हुए इसे 3.75 फीसदी से 4 फीसदी की लिमिट तक बढ़ा दिया है. यूएस फेड ने लगातार चौथी बार ब्याज दरों में इजाफा किया है और ये इसका इस साल छठीं बार की गई बढ़ोतरी है. 


अमेरिकी बाजारों में जबरदस्त गिरावट -फेड के फैसले का असर
अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के इस फैसले का अमेरिकी बाजारों पर जोरदार निगेटिव असर आया और यूएस स्टॉक मार्केट कल लुढ़क गया. बुधवार को अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स डाऊ जोंस 505 पॉइंट या 1.55 फीसदी की गिरावट के साथ 32147 के स्तर पर बंद हुआ. नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स 3.36 फीसदी या 366 पॉइंट की गिरावट के साथ 10524 पर बंद हो पाया. S&P 500 इंडेक्स 96.41 फीसदी की गिरावट के साथ 3,759 पर गिरकर बंद हुआ है. 


फेडरल रिजर्व चेयरमैन ने क्या कहा
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि फेड अपनी दर वृद्धि के अभियान को बंद करने के करीब नहीं है और उसे दरों को थोड़ा और बढ़ाने की जरूरत है. हालांकि उन्होने ये भी कहा कि फेड अब आगे चलकर अपनी ब्याज दरों में बढ़ोतरी को थोड़ा कम कर सकता है. महंगाई दर और ग्रोथ रेट को बैलेंस करने में थोड़ा समय और लग सकता है. 


अमेरिका में महंगाई दर 40 सालों के उच्च स्तर पर
अमेरिका में महंगाई दर 40 सालों के उच्च स्तर पर है और फेडरल रिजर्व भी इसे कम करने के लिए दरों में सख्ती करने के फॉर्मूले पर ही चल रहा है लेकिन ये तरीका अमेरिकी बाजारों के लिए कल भारी साबित हुआ है. कल अमेरिकी बाजारों में दिग्गज शेयरों में भारी गिरावट रही जिनमें टेस्ला का स्टॉक 5.64 फीसदी तो मेटा का स्टॉक करीब 5 फीसदी लुढ़ककर बंद हुए. अमेजन का शेयर 4.8 फीसदी की जोरदार गिरावट पर बंद हुआ.


भारतीय शेयर बाजार पर आज देखा जा सकता है निगेटिव असर
फेडरल रिजर्व के फैसले का असर वैश्विक बाजारों पर देखा जाता है और भारतीय बाजार भी अछूता नहीं रह सकता है. आज सुबह बाजार की ट्रेडिंग पर फेड के फैसले से गिरावट के साथ शुरुआत होने की आशंका है, रुपया भी गिरावट के साथ खुल सकता है क्योंकि ब्याज दरें बढ़ने पर डॉलर की निकासी होने लगती है और एशियाई बाजारों सहित घरेलू बाजारों की करेंसी पर असर आने लगता है.


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