EPFO Payroll Data: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने जनवरी, 2023 में 14.86 लाख नए अंशधारक जोड़े हैं. श्रम और रोजगार मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी है. मंत्रालय ने बताया कि इस दौरान लगभग 3.54 लाख मेंबर्स ईपीएफओ के दायरे से बाहर हो गए, जो पिछले चार महीने में सबसे कम है. बयान के मुताबिक, कुल 14.86 लाख अंशधारकों में से लगभग 7.77 लाख पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं.


10.62 लाख सदस्यों ने ईपीएफओ की सदस्यता दोबारा ली


सोमवार को जारी शुरुआती पेरोल आंकड़े में इस पर भी ध्यान आकर्षित किया गया कि लगभग 10.62 लाख सदस्यों ने ईपीएफओ की सदस्यता दोबारा ली है. इन एंप्लाइज ने नौकरियां बदली थीं और ईपीएफओ के अंतर्गत नई कंपनियों से जुड़े. इन कर्मियों ने खाता बंद करने का विकल्प चुनने की बजाय अपनी रकम को ट्रांसफर करने का विकल्प चुनते हुए अपनी सामाजिक सुरक्षा को बचाया.



जनवरी 2023 में 2.87 लाख महिला सदस्यों ने रजिस्ट्रेशन कराया


मंत्रालय ने कहा कि जनवरी, 2023 में 2.87 लाख महिला सदस्यों ने नामांकन कराया, जिनमें से 1.97 लाख नई सदस्य थीं. यह बताता है कि कुल महिला सदस्यों में से 68.61 फीसदी महिलाएं ईपीएफओ के अंतर्गत पहली बार आई हैं.


राज्यवार देखें तो महाराष्ट्र नंबर वन


राज्यों के हिसाब से बात करें तो ईपीएफओ मेंबरशिप के आंकड़ों में सबसे बड़ा योगदान महाराष्ट्र ने दिया है. इस राज्य ने जनवरी के महीने में कुल 22.73 फीसदी सदस्यों का योगदान ईपीएफओ के अंशधारकों के खाते में दिया है. कर्नाटक इस सूची में दूसरे स्थान पर है और इसने कुल 10.58 फीसदी अंशधारक ईपीएफओ के साथ जोड़े हैं.


एक्सपर्ट सर्विसेज के मेंबर्स का योगदान EPFO में बढ़ा है


मैनपावर सप्लायर्स, साधारण कॉन्ट्रेक्टर्स, सिक्योरिटी सर्विेसेज, मिलीजुली गतिविधियों वाले कर्मचारियों का 40.64 फीसदी योगदान जनवरी के महीने के दौरान ईपीएफओ अंशधारकों के जोड़ने के क्रम में रही है.


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