Direct Benefit Transfer Scheme: डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम एक बेहद कारगर स्कीम है जिसके जरिए किसी भी सरकारी योजना का लाभार्थी आसानी से अपने खाते में योजना का पैसा प्राप्त कर सकता है. सरकार ने जानकारी दी है कि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम (Direct Benefit Transfer Scheme) के जरिए वित्त वर्ष 2021-22 में कुल 6 लाख करोड़ रुपये सरकार ने लाभार्थियों के खाते में पहुंचाए हैं.
यह डाटा मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक (Data Ministry of Electronic) ने शुक्रवार को जारी किया है. सरकार ने जानकारी दी कि हर दिन लाभार्थियों के खाते में कुल 90 लाख रुपये डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के जरिए डाले गए.
पीएम किसान योजना के कितने पैसे किए गए ट्रांसफरवित्त वर्ष 2021-22 (Financial Year 2021-22) में कुल ट्रांसफर किए गए 6 लाख करोड़ रुपये की राशि में 20,000 करोड़ रुपये पीएम किसान योजना के 10 करोड़ लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. इस योजना के तहत सरकार एक वित्त वर्ष में 6,000 रुपये को किसानों के खातों में कुल किस्तों में DBT के जरिए ट्रांसफर करती है. सरकार ने इस योजना को साल 2019 में किसानों की मदद करने के लिए शुरू किया था. अब तक सरकार ने इस योजना के जरिए कुल 11.37 करोड़ किसानों के खातों में 2 लाख करोड़ से ज्यादा का राशि ट्रांसफर की है.
DBT स्कीम के जरिए कई लोगों के खातों में पैसे किए गए ट्रांसफरसरकार ने जानकारी दी है कि साल 2013 से अबतक करीब 24.8 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के जरिए लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं. इसमें वित्त वर्ष 2022-23 (24 जुलाई, 2022 तक) करीब 3,300 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2021-22 में 8,840 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. वित्त वर्ष 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार सरकार ने हर दिन 28.4 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन किए गए हैं. इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Financial Minister Nirmala Sitharaman) ने यह भी जानकारी दी है कि पिछले 8 सालों में मोदी सरकार नें मनरेगा स्कीम में कुल 5 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं. इसमें से कोरोना महामारी और लॉकडाउन के वक्त कुल राशि का 20 प्रतिशत हिस्सा खर्च किया गया है.
प्रधानमंत्री जन धन योजना के जरिए DBT स्कीम सफल28 अगस्त 2022 को मोदी सरकारी की प्रधानमंत्री जन धन योजना ने अपने 8 साल पूरे कर लिए. प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) के जरिए सरकार ने देश के हर वर्ग के लिए बैंकों के रास्ते खोले. गरीब वर्ग के लोगों को बैंक अकाउंट की सुविधा मिली जिसके बाद अब किसी भी सरकारी स्कीम का पैसा प्राप्त करने के लिए उन्हें किसी भी ऑफिस का चक्कर नहीं लगाना पड़ता है. वह किसी भी योजना के पैसे घर बैठे अपने बैंक अकाउंट में प्राप्त कर पाते हैं. 10 अगस्त 2022 तक पीएम जनधन खातों (Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana) की संख्या 46.25 करोड़ थी. इसमें से 25.71 करोड़ यानी 55.59% खाते महिलाओं के हैं. वहीं गांवों में रहने वाले लोगों की संख्या 30.89 करोड़ यानी 66.79% है. इसके साथ ही अब PMJDY के कुल खातों में अब केवल 8.2% ही जीरो बैलेंस अकाउंट है.
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