Crypto Market Crash: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक बार फिर से बिकवाली का माहौल नजर आ रहा है. दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) शुक्रवार को 100,000 डॉलर से नीचे गिर गया. इसी के साथ क्रिप्टो बाजार में मंदी के दौर में और तेजी आई है.

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अक्टूबर की शुरुआत से अब तक बिटकॉइन की वैल्यू 450 बिलियन डॉलर से भी कम हो गई है. बताया जा रहा है कि भारी हाजिर बिकवाली, कमजोर ईफीएफ फ्लो और ग्लोबल मार्केट में नए सिरे से फैले डर के कारण डिजिटल एसेट 97956 डॉलर तक फिसल चुका है. कई निवेशकों का कहना है कि अमेरिकी फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती किए जाने की कम होती उम्मीदों के बीच क्रिप्टो मार्केट में हाहाकार मचा हुआ है. 

ईटीएफ फ्लो हुआ कमजोर 

क्रिप्टो मार्केट में ईटीएफ फ्लो बुरी तरह से कमजोर पड़ गया है. 13 नवंबर को स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ से 27.8 करोड़ डॉलर की बिकवाली हुई. इससे पहले से ही कमजोर बाजार पर दबाव और बढ़ गया. इसके लॉन्ग टाइम होल्डर 30 दिनों के भीतर 8,15,000 बिटकॉइन (BTC) लगभग 79 अरब डॉलर बेच दिए. यह जनवरी 2024 के बाद से लॉन्ग टाइम होल्डर्स की सबसे बड़ी बिकवालर थी. टोटल सप्लाई में उनकी हिस्सेदारी एक महीने में 76 परसेंट से घटकर 70 परसेंट रह गई. 

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रिकॉर्ड लेवल से काफी नीचे वैल्यू 

इसी तरह से 14 नवंबर को इसकी वैल्यू गिरकर 97067 डॉलर पर आ गया. बिटकॉइन एक महीने पहले 126,000 डॉलर के अपने रिकॉर्ड हाई लेवल पर था, जो अब 23 परसेंट से ज्यादा गिर चुका है. हालांकि, इस गिरावट के बावजूद बिटकॉइन इस साल लगभग 5 परसेंट की बढ़त बनाए रखने में कामयाबी हासिल की है. 

आगे और गिरावट की आशंका

क्रिप्टो मार्केट में 14 नवंबर एक दिन के भीतर 55.3 करोड़ डॉलर से ज्यादा क्रिप्टो पोजिशन्स का लिक्विडेशन हुआ. इसमें 27.3 करोड़ डॉलर के बीटीसी लॉन्ग शामिल थे. इस दिन बाजार में 4.04 अरब डॉलर के बीटीसी ऑप्शंस की भी एक्सपायरी हुई.

सपोर्ट लेवल 105,000 डॉलर पर था, जो मौजूदा कीमत से कहीं ज्यादा था इसलिए ट्रेडर्स नीचे की ओर सुरक्षा के लिए दौड़ पड़े और 90,000 और 95,000 डॉलर के पुट कॉन्ट्रैक्ट्स में भारी दिलचस्पी दिखाई. फंडिंग रेट्स  -0.0038 परसेंट पर नेगेटिव बनी हुई है, जो शॉर्ट पोजीशन में बढ़त को दर्शाते हैं. लिक्विडिटी पॉकेट 99,000 डॉलर से नीचे बना हुआ है, जो आगे और गिरावट की आशंका का संकेत देते हैं. 

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