Crude Oil Prices Rises Again: रूस - यूक्रेन युद्ध के चलते कच्चे तेल के दामों में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है. 23 मार्च को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 3.51 फीसदी की तेजी के साथ 119 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है.  वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिग्गज इंटरनेशनल कमोडिटी ट्रेडर डाउग किंग ने कच्चे तेल 150 डॉलर प्रति बैरल तक छूने की भविष्यवाणी की है. 

डाउग किंग के मुताबिक एक तरफ रूस यूक्रेन के चलते कच्चे तेल के दामों में तेजी रहने की उम्मीद है वहीं दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण के घटने मामलों के चलते लोग ज्यादा यात्रा कर रहे हैं जिसके चलते तेल की जबरदस्त मांग रहने वाली है.  दरअसल कच्चे तेल के दाम पिछले हफ्ते 100 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का था.  लेकिन रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते कच्चे तेल के दामों में फिर से बड़ी उछाल आई है. इंटरनेशनल बेंचमार्क ब्रेट  क्रूड ऑयल फिर से 119 डॉलर प्रति बैरल के उपर ट्रेड कर रहा है. 

दरअसल यूरोपियन यूनियन द्वारा रूस के पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर बैन लगाये जाने के आसार के चलते कच्चे तेल के दामों में ये देखी जा रही है. यूरोपीय यूनियन इस हफ्ते रूस के कच्चे तेल खरीदने पर रोक लगाने पर विचार कर सकता है. पहले ही रूस पर कई प्रकार के आर्थिक प्रतिबंध लगाये जा चुके हैं. हालांकि ये फैसला लेना इतना आसान भी नहीं है. दरअसल रूस दुनिया के बड़े तेल उत्पादक देशों में शामिल है. रूस यूरोप को उसके कुल खपत का 35 फीसदी कच्चा तेल सप्लाई करता है. तो रूस दूनिया में कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है. भारत भी रूस से कच्चा तेल खरीदता है. दुनिया में 10 बैरल तेल जो सप्लाई की जाती है उसमें एक डॉलर रूस से आता है. ऐसे में कच्चे तेल की सप्लाई बाधित होने से कीमतों में और अधिक तेजी आ सकती है. 

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