China Tops FDI Confidence Index: चीन ने फिर एक बार ये साबित कर दिया है कि विदेशी निवेश के लिए वो सबसे माकूल जगह है. Kearney Foreign Direct Investment (FDI) Confidence Index 2025 के मुताबिक, चीन लगातार चौथे साल दुनिया के टॉप 10 देशों में अव्वल स्थान पर बना हुआ है और पिछले तीन वर्षों से उभरते बाजार के तौर पर नंबर-1 बना हुआ है.

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ये संकेत देता है कि ग्लोबल टेंशन के बावजूद चीन दुनियाभर के निवेशकों को अभी भी आकर्षित कर रहा है. अमेरिका में चीन के राजदूत शी फेंग ने इसकी घोषणा माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर की. उन्होंने लिखा- "फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट के लिए चीन लगातार 10 देशों में पिछले चार साल से अव्वल है जबकि पिछले तीन सालों से लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है." 

उन्होंने आगे कहा, "चीन को गले लगाना यानी अवसरों को गले लगाना है. चीन पर विश्वास करना यानी बेहतर कल पर विश्वास करना है.  चीन में निवेश करना भविष्य में निवेश करना है."

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बनी है मुख्य चिंता 

Kearney की ये रिपोर्ट वैश्विक निवेशकों की राय पर आधारित है, जिन्होंने पिछले तीन सालों के दौरान एफडीआई ट्रेंड्स पर अपने विचार रखे. रिपोर्ट के मुताबिक, 84 फीसदी निवेशक ये मानते हैं कि अगले तीन सालों के दौरान विदेशी निवेश बढ़ेगा. हालांकि, पिछले साल के मुकाबले जरूर इसमें थोड़ी कमी आएगी. ये वैश्विक निवेश के लिहाज से एक मजबूत विश्वास को जाहिर करता है.

हालांकि, 68 फीसदी निवेशकों ने ये संकेत दिया है कि वे पिछले साल के मुकाबले इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था को ज्यादा बेहतर मानते हैं. हालांकि, निवेशकों में कुछ चिंताएं बनी हुई है. करीब 38 फीसदी ये मानते हैं कि महत्वपूर्ण सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी होना अगले साल के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है. जबकि करीब 35 फीसदी ये मानते हैं कि साल 2025 में राजनीतिक तनाव और बढ़ सकता है.  

उभरते वैश्विक बाजारों में चीन के नंबर होने के बाद यूनाइटेड अरब अमीरात, सऊदी अरब, ब्राजील, इंडिया और उसके बाद मैक्सिको है. जबकि साउथ अफ्रीका, पोलैंड और अर्जेंटिना का भी मजबूत परफॉर्मर देशों की सूची में नाम बना हुआ है.

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