China Economy: रंग हमेशा से मानव सभ्यता का एक अभिन्न हिस्सा रहे हैं. यहां तक कि इंसान अपने भाव को प्रकट करने के लिए भी रंगों का इस्तेमाल करता है. जैसे, प्रेम के लिए लाल रंग, विरोध के लिए काले और दोस्ती के लिए पीले रंग का इस्तेमाल सदियों से होता आया है. हालांकि, चीन में अर्थव्यवस्था की स्थिति को मापने के लिए रंगों का इस्तेमाल होता है. चलिए, जानते हैं कि आखिर चीन की अर्थ व्यवस्था में समर ब्लू और लाल दरवाजे का आखिर मतलब क्या है?
"काई मेन होंग" एक पारंपरिक मुहावरा
हर साल वसंत ऋतु की शुरुआत के साथ, चीन में एक पारंपरिक मुहावरा चर्चा में आ जाता है, "काई मेन होंग", जिसका शाब्दिक अर्थ है "लाल दरवाज़ा खोलना". आमतौर पर यह मुहावरा किसी नए बिजनेस के शुभारंभ के समय इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन चीन की सरकार और मीडिया इसे हर साल आर्थिक वर्ष की शुरुआत में एक सकारात्मक संकेत के रूप में अपनाती है.
इस बार भी, नए फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर उम्मीदें प्रबल हैं. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट पर छपी एक खबर के मुताबिक, फाइनेंशियल डेटा प्रोवाइडर Wind का मानना है कि पहली तिमाही में चीन की GDP ग्रोथ रेट औसतन 5.16 फीसदी रहने का अनुमान है, जिसे वैश्विक मंदी के माहौल में एक मजबूत शुरुआत माना जा रहा है.
समर ब्लू से डरा हुआ है चीन
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों का ट्रेंड इस शुरुआती जोश को टिकाऊ नहीं मानता. बीते साल, चीन ने 5.3 फीसदी की सालाना ग्रोथ के साथ साल की शुरुआत की थी, लेकिन दूसरी तिमाही में ये आंकड़ा गिरकर 4.7 फीसदी पर आ गया. यहां तक कि तीसरी तिमाही में और गिरावट देखी गई, जब ग्रोथ महज़ 4.6 फीसदी रही.
इसी गिरती हुई रफ्तार को चीन में “समर ब्लू” कहा जाता है. जहां वसंत के ‘लाल’ जोश के बाद गर्मियों की ‘नीली’ सुस्ती आ जाती है. यह ट्रेंड नया नहीं है. 2019 में अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर के दौरान भी ऐसा ही देखने को मिला था. उस समय भी पहली तिमाही के बाद लगातार आर्थिक सुस्ती देखी गई थी. इसके अलावा, 2010 और 2012 में भी दूसरी तिमाही में विकास दर में गिरावट दर्ज की गई थी.
ट्रेड वॉर समर ब्लू को दे रहा बल
चीन के कई आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के साथ चल रहे ट्रेड वॉर से समर ब्लू की आहट बढ़ सकती है. इसके अलावा, घरेलू मांग में गिरावट, युवा बेरोजगारी और रियल एस्टेट सेक्टर की चुनौतियां चीन में अब भी बनी हुई हैं. ऐसे में इस साल की पहली तिमाही के आंकड़े भले ही सकारात्मक दिखें, लेकिन “काई मेन होंग” की यह अच्छी शुरुआत कब तक टिकेगी, यह कहना मुश्किल है.
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