Tax Collected On Petrol Diesel: पांच सालों में एक्साइज ड्यूटी से प्राप्त राजस्व से 2020-21 में केंद्र सरकार को 4.55 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. जबकि राज्यों को 2.02 लाख करोड़ दोनों ईंधन पर लगने वाले वैट से प्राप्त हुआ है. केंद्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा में लिखित में एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी है. 


5 साल में एक्साइज ड्यूटी से प्राप्त राजस्व


सरकार ने संसद में बीते पांच सालों में पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और सेस से प्राप्त राजस्व की जानकारी देते हुये बताया कि 2016-17 में  3,35,175 करोड़ रुपये, 2017-18 में 3,36,163 करोड़ रुपये, 2018-19 में  3,48,041 करोड़ रुपये, 2019-20 3,34,315 करोड़ रुपये और 2020-21 में 4,55,069 करोड़ रुपये टैक्स के तौर पर सरकार ने वसूले हैं.


5 साल में वैट से प्राप्त राजस्व


केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री ने राज्यों द्वारा पेट्रोल डीजल पर पांच साल में वसूले गए वैट की भी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि 2016-17 में 1,66,414 करोड़ रुपये, 2017-18 में 1,85,850 करोड़ रुपये, 2018-19 में  2,01,265 करोड़ रुपये, 2019-20 में 2,00,493 करोड़ रुपये और 2020-21 में 2,02,937 करोड़ रुपये वैट के तौर पर वसूले हैं. 


2021-22 में घट सकता है राजस्व


हालांकि आपको बता दें इसी वर्ष दिवाली के ठीक पहले केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी में कटौती का ऐलान किया था. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद कई राज्यों ने भी वैट घटाने का ऐलान किया है. जिसके बाद जाहिर है कि 2021-22 में केंद्र सरकार और राज्यों को पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और वैट से प्राप्त राजस्व में कमी आएगी.