CAG Girish Chandra Murmu: भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) गिरीश चंद्र मुर्मू (Girish Chandra Murmu) को 4 साल के लिए अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO), जिनेवा के बाहरी लेखा परीक्षक यानी ऑडिटर के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिनेवा के बाहरी लेखा परीक्षक के तौर पर उन्हें 2024 से 2027 तक 4 साल के कार्यकाल के लिए चुना गया है. इस बारे में देश के लेखा परीक्षक (CAG) ने गुरुवार (23 फरवरी) को यह जानकारी दी.


बाहरी ऑडिटर का मिलेगा पदभार 


गिरीश चंद्र मुर्मू को फिलीपींस के सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशन ILO के मौजूदा बाहरी ऑडिटर से पदभार ग्रहण करने को मिलेगा. सीएजी की नियुक्ति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ-साथ इसके उच्च मानकों, वैश्विक ऑडिट अनुभव और मजबूत राष्ट्रीय साख को बढ़ा रही है. कैग ने जानकारी में कहा कि आईएलओ ने बाहरी ऑडिटर की नियुक्ति के लिए एक चयन पैनल का गठन किया था और सुप्रीम ऑडिट संस्थानों (SAI) से बोलियां आमंत्रित की थीं. जिसमें  बेहतर तकनीकी अनुभव और अन्य मानदंडों के आधार पर, ILO ने 3 सर्वोच्च लेखा परीक्षा संस्थानों (भारत, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम) को चुना है.


चयन पैनल की बढ़ी ताकत


जिनेवा में भारत के सीएजी (CAG) की एक तीन सदस्यीय टीम ने आईएलओ के त्रिपक्षीय चयन से इस पैनल को और ताकत मिल गई है. चयन पैनल ILO के साथ एक रणनीतिक साझेदारी विकसित करने में CAG के दृष्टिकोण का उपयोग हो सकेगा. इसका उद्देश्य बाहरी ऑडिटर के कार्यों को करने में महत्वपूर्ण स्वतंत्रता और निरीक्षण को बनाए रखते हुए ILO को अपने रणनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने में सहायता करना है.


G20 देशों के कैग संस्थानों की संभाली अध्यक्षता


भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) गिरीश चंद्र मुर्मू ने हाल ही में G-20 देशों के कैग संस्थानों की अध्यक्षता भी संभाल ली है. इंडोनेशिया के कैग ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में भारत के कैग को SAI20 की अध्यक्षता सौंपने की औपचारिकता पूरी की. इस बैठक में भारत के कैग का प्रतिनिधित्व करने के लिए उप नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (डिप्टी CAG) परवीन मेहता भी मौजूद रहे. 


क्या बोले गिरीश चंद्र मुर्मू 


गिरीश चंद्र मुर्मू ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में SAI20 एंगेजमेंट ग्रुप का उद्देश्य एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र को एक साथ लाना है, जिसमें सुप्रीम ऑडिटर इंस्टीट्यूट (SAI) शासन में सक्रिय भागीदार हों और पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देते हों. मुर्मू ने कहा कि SAI20 सदस्य देशों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देकर शासन को मजबूत करना जारी रखेगी, जिससे जी-20 देशों में प्रभावी नीति-निर्माण और इसका कार्यान्वयन हो सके.


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