Buy Now Pay later: देश में अब कोरोना महामारी से उबरने के बाद आर्थिक गतिविधियां पटरी पर लौट रही हैं लेकिन महामारी और लॉकडाउन के दौरान ऐसे बहुत से साधन सामने आए जो लोगों की जिंदगी में शुमार होकर उसे आसान बना रहे हैं. ऐसी ही कुछ पहल में से एक है- Buy Now Pay later की सुविधा. क्या है ये और कैसे आपकी जिंदगी को आसान बना रहा है या उसे और झंझट में डाल रहा है, ये हम आपको बता रहे हैं..जानें आपके लिए काम की खबर


क्या है Buy Now Pay later-पहले समझें इसे
Buy Now Pay later का अर्थ है 'अभी खरीदें और पैसे बाद में भरें' यानी किसी वस्तु को खरीदें या कोई सर्विस यूज करें लेकिन उसका पेमेंट उसी समय ना करके कुछ समय बाद आपको पेमेंट करने की सुविधा मिलती है. 


कैसे ले सकते हैं इस सुविधा का फायदा
Buy Now Pay later के तहत आपको 15 से 45 दिन का समय पेमेंट करने के लिए मिल जाता है और ये तय समय पर आपके खाते से डेबिट हो जाती है. इसका एक और फायदा ये है कि अगर तय वक्त पर आप एकमुश्त पेमेंट नहीं करना चाहते हैं तो आपके लिए इस रकम को EMI में बदलके कई किस्तों में अदा करने का ऑप्शन भी है.


लोन के मुकाबले BNPL क्यों बन रहा है आकर्षक
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोन का ट्रेडिशनल तरीका अधिक जटिल और बिना डॉक्यूमेंट्स की लंबी प्रक्रिया के बिना पूरा नहीं हो सकता है और क्रेडिट स्कोर कम होने पर लोगन मिलने की संभावना भी कम होती है, जबकि बीएनपीएल के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं है. इसके लोकप्रिय होने का एक कारण ये भी है कि इसके लिए आपको कार्ड डिटेल, ओटीपी जैसी वित्तीय जानकारी शेयर नहीं करनी होती है तो आपके साथ फ्रॉड या वित्तीय धोखाधड़ी होने की संभावना कम होती है. ये आसान भी है और इसमें ज्यादा समय भी खर्च नहीं होता. इसमें क्रेडिट कार्ड की तरह हिडेन चार्जेज नहीं होते हैं. लेट पेमेंट होने पर क्रेडिट कार्ड की तरह भारी-भरकतम पेनल्टी नहीं लगती है. 


हालांकि, ये जांचना महत्वपूर्ण है कि बीएनपीएल का लाभ उठाने से पहले, इस विकल्प के और जोखिम क्या-क्या हो सकते हैं. 


यहां जानें BNPL से जुड़े खतरे



  • योजना के प्रकार के आधार पर जिसे व्यक्ति चुनते हैं, यदि वे समय पर भुगतान करने में विफल रहते हैं तो उनसे कुछ शुल्क और ब्याज लिया जा सकता है. 

  • बीएनपीएल एक तरह से पर्सनल लोन की तरह है और इसे वापस चुकाना ही होगा. ऐसा नहीं कि आप इसे खर्च कर लें और बाद में मुकर जाएं. 

  • बीएनपीएल के माध्यम से जितना खर्च कर सकते हैं, उससे अधिक खर्च करने और बहुत अधिक खर्च करने का एक खतरा हमेशा बरकरार रहता है, जो क्रेडिट स्कोर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है.

  • इससे बेवजह खर्चे बढ़ने की आशंका रहती है और लोगों को जरूरत से ज्यादा खर्चीला बनाया जा सकता है.

  • तय समय पर अमाउंट ना चुकाने पर आपको पेनल्टी लगेगी और पेनल्टी ना चुकाने पर बैंक अकाउंट भी ब्लॉक हो सकता है. 

  • कस्टमर BNPL को नहीं चुनता बल्कि BNPL ही कस्टमर को चुनता है, यानी आप खुद तय नहीं कर सकते कि किसी खास चीज के लिए आपको BNPL मिल जाए. 


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