नई दिल्ली: सरकार ने अंतरिम बजट में बड़ी घोषणा करते हुए पांच लाख़ तक कमाने वालों को इनकम टैक्स से बाहर कर दिया है. इस फैसले को सरकार के चुनावी फैसले के तौर पर देखा जा रहा है. विपक्ष इसकी यही कर कर आलोचना कर रहा है. बजट घोषणा समाप्त होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इस बजट ने किसानों, मज़दूरों और मिडिल क्लास की उम्मीदों को पूरा किया है.

उन्होंने कहा कि 75,000 करोड़ रुपए का वहन करके सरकार प्रधानमंंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम को लागू करेगी. ये स्कीम उन किसानों को भी लाभ पहुंचाएगी जो लोन नहीं लेते हैं. शाह ने कहा कि पांच लाख रुपये तक की सालाना आय को पूरी तरह से कर मुक्त करके प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के माध्यम वर्ग को एक बड़ी राहत दी है. मोदी सरकार द्वारा माध्यम वर्ग के हित में किये जा रहे विभिन्न अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष प्रयासों की कड़ी में यह एक बड़ा निर्णय है.

उन्होंने कहा, "निवेश करने पर 6,50,000 रुपये तक की आय को पूर्ण रूप से कर मुक्त करने के ऐतिहासिक निर्णय का मैं दिल से स्वागत करता हूं. इस निर्णय से न सिर्फ माध्यम वर्ग को टैक्स में राहत मिलेगी बल्कि उनकी देश के विकास में सहभागिता भी बढ़ेगी." पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल का ये आख़िरी बजट है. लोकसभा चुनाव आने में करीब 2 महीने से ज्यादा का वक्त बचा है और इस लिहाज से मोदी सरकार के लिए ये बजट काफी अहम होने जा रहा है.

वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने इस बजट से जुड़े अपने भाषण में जो बड़ी बातें कही हैं उन्हें आप यहां पढ़ सकते हैं.

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