Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज पेश हुए बजट में टैक्सपेयर्स को राहत देते हुए कहा कि अब 12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. बजट में हुई इस घोषणा से देश के लाखों मध्यम वर्गीय परिवारों के चेहरे खिल गए. यह सिर्फ एक नीतिगत बदलाव नहीं, बल्कि देश के आम आदमी की जीवन रेखा है. 

मिडिल क्लास से इकोनॉमी को मिलती ताकत

देश के आर्थिक विकास को गति देने में देश के मिडिल क्लास की भूमिका अहम मानी जाती है. इस पर बात करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ''देश का मिडिल क्लास इकोनॉमी को ताकत देता है. उनके योगदान को अहम मानते हुए हमने उन्हें टैक्स के बोझ से कुछ राहत दी है.'' सरकार के इस ऐलान से 12 लाख रुपये तक कमाने वाले अब सालाना 80,000 रुपये बचा लेंगे. नए टैक्स रिजीम के तहत 12.75 लाख रुपये सालाना कमाने वाले को एक भी पैसा टैक्स भरने की जरूरत नहीं है. हालांकि, अगर सालाना आय 12.75 लाख रुपये से एक भी रुपये ज्यादा है तो उन्हें 15 परसेंट टैक्स देना होगा. 

न्यू टैक्स रिजीम में हुए इस बदलाव से उन्हें भी कुछ हद तक राहत मिली है, जिनकी सालाना आमदनी 18 लाख रुपये तक है. इनकी एक साल में टैक्स पर बचत 70,000 रुपये होगी. इसी तरह से सालाना 25 लाख कमाने वाले की भी टैक्स सेविंग्स 1,10,000 रुपये होगी, जो मौजूदा समय में उनकी कर देयता का 25 परसेंट है. बजट 2025 के जरिए सरकार ने संकेत दे दिया कि यह सिर्फ एक राजकोषीय समायोजन ही नहीं है, बल्कि यह देश के इकोनॉमिक बैकबोन के लिए योगदान देने वालों को समर्थन देना भी है. 

जानें किसे कितना होगा फायदा?

नये स्लैब के तहत पहले 15 लाख सालाना कमाने वालों को 1.30 लाख रुपया टैक्स देना होता था, लेकिन अब सिर्फ 97,500 रुपया देने होंगे. यानी कि ये लोग टैक्स पर 32,500 रुपये बचा लेंगे. इसी तरह से 17 लाख कमाने वालों एक लाख 84 हजार के बदले अब 1.30 लाख टैक्स देना होगा. यानी कि टैक्स पर उनकी बचत 54,600 रुपये हुई. इसी क्रम में 22 लाख रुपये सालाना कमाने वाले नए स्लैब के बाद टैक्स पर 1,00,100 रुपये बचा लेंगे. सालाना 25 लाख रुपये की आमदनी वालों को अब 4 लाख 34 हजार 200 रुपये के बदले अब सिर्फ 3 लाख 19 हजार 800 रुपये ही टैक्स देना होगा. यानी सीधे-सीधे एक लाख 17 हजार 400 रुपये का फायदा होगा.

बता दें कि टीडीएस और अन्य कटौती के बाद कैलकुलेट की जाने वाली राशि को नेट सैलरी या टेक-होम सैलरी कहते हैं. 

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