Railway Waiting Ticket News: इस तपती गर्मी के सीजन में सोशल मीडिया पर ट्रेनों में भीड़-भाड़ वाली तस्वीरें खुब वायरल हुई है. पैसेंजर - एक्सप्रेस ट्रेनों में जनरल और स्लीपर कोच की कमी का मामला भी उठा. हालत ये हो गई है कि सांसदों के सिफारिश के बाद भी लोगों की वेटिंग टिकट कंफर्म (Waiting Ticket Confirm) नहीं हो पा रही है जिसके चलते लोग रेल यात्रा करने से वंचित रह जा रहे हैं या जैसे तैसे रेल सफर करने को मजबूर हैं. रेल यात्रियों को हो रही इस परेशानी की गूंज गुरुवार 25 जुलाई, 2024 को संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में सुनाई दी. ये मसला विपक्षी दलों के सांसदों ने भी नहीं, बल्कि सत्ताधारी दल बीजेपी (BJP) के झारखंड से राज्यसभा सांसद आदित्य कुमार ने शून्यकाल के दौरान सदन में ये मामला उठाते हुए अपनी पीड़ा सुनाई.

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सांसद की सिफारिश पर भी टिकट कंफर्म नहीं 

राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान बीजेपी सांसद आदित्य कुमार ने सदन में कहा, उनके क्षेत्र में हर दिन ट्रेनों में टिकट नहीं मिलने को लेकर शिकायतें आती रहती हैं. सांसद महोदय ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा, उनके द्वारा पत्र लिखने के बाद भी यात्रियों का ट्रेन में टिकट कंफर्म नहीं हो पाता है जिससे गांवों के लोग, गरीब, किसान, सोशित वर्ग के लोग ट्रेनों में सफर करने से वंचित रह जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि ट्रेन की यात्रा सस्ती और सुलभ है इसलिए लोग ट्रेनों में सफर करना पंसद करते हैं लेकिन टिकट कंफर्म नहीं हो पाने के चलते लोग यात्रा नहीं कर पा रहे हैं.  

वेटिंग रह जा रही टिकट 

सांसद आदित्य कुमार ने कहा, कई नई ट्रेनें चलाई जा रही है. नई ट्रेनें चलाने के लिए पटरीयां भी तेजी के साथ बिछाई जा रही हैं. पर इतनी ही तेजी से रेल यात्रियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है. जिस कारण लोगों का वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं हो पा रहा है. और लोगों की टिकट प्रतिक्षा सूची में ही रह जा रही है जिसके लोग लोग रेल सफर नहीं कर पा रहे हैं.   

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रेलवे में बोगियों की है कमी 

राज्यसभा सांसद ने कहा, जिस तेजी के साथ रेल यात्रियों की संख्ता बढ़ी है उस हिसाब से बोगियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है. और बोगी की कमी के चलते लोग यात्रा नहीं कर पा रहे हैं और वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं हो पा रहा है. आदित्य कुमार ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से स्लीपर क्लास की बोगियों की संख्या को बढ़ाने की मांग की है जिससे लोग आसानी के साथ रेल यात्रा कर सकें.   

10,000 नए जनरल कोचों का होगा निर्माण 

रेल यात्रियों को हो रही इसी परेशानी को देखते हुए जुलाई के पहले हफ्ते में रेल मंत्री ने बताया था कि विशेष अभियान के तहत करीब 10,000 कोचों के निर्माण को मंजूर दी गई है. ये कोच जनरल ट्रेनों में जोड़े जाएंगे. उन्होंने बताया कि जनरल ट्रेनों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है, ताकि पैसेंजर्स की यात्रा को सुविधाजनक और आरामदायक बनाया जा सके. आधे कोच 2025 तक और बाकी के आधे कोच 2026 तक जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा 50 और अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण शुरू हो चुका है. 

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