Silver Price Crashes: भू-राजनीतिक तनाव में कमी और यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर सकारात्मक संकेतों के बीच चांदी की कीमतों में सोमवार को तेज गिरावट देखने को मिली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के बीच हुई सकारात्मक बातचीत से निवेशकों की जोखिम लेने की धारणा बढ़ी, जिसका असर सुरक्षित निवेश माने जाने वाले चांदी पर पड़ा. महज एक घंटे के भीतर इंट्रा-डे कारोबार में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी की कीमत करीब 21,000 रुपये प्रति किलोग्राम टूटकर 2,33,120 रुपये के नीचे आ गई. यह बड़ी गिरावट ऐसे समय में आई, जब इससे पहले चांदी 2,54,174 रुपये प्रति किलोग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंच चुकी थी.
क्यों चमक रही चांदी?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी में उतार-चढ़ाव देखा गया. सोमवार को शुरुआती कारोबार में यह पहली बार 80 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंची, लेकिन मुनाफावसूली के दबाव में इसके दाम फिसलकर करीब 75 डॉलर प्रति औंस पर आ गए. हालांकि, इसके बावजूद वैश्विक स्तर पर चांदी के प्रति निवेशकों का रुझान मजबूत बना हुआ है.
दरअसल, मजबूत निवेशक मांग और सकारात्मक वैश्विक संकेतों के कारण वायदा कारोबार में सोमवार को चांदी की कीमतों में लगातार छठे सत्र में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई थी. एमसीएक्स पर मार्च 2026 डिलीवरी वाले चांदी अनुबंध का भाव 14,387 रुपये यानी करीब छह प्रतिशत उछलकर 2,54,174 रुपये प्रति किलोग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था. अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के चलते व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर चांदी की खरीदारी की, जिससे कीमतों को समर्थन मिला.
क्यों बढ़ रही मांग?
इस बीच सोने की कीमतों में भी तेजी का रुख बना रहा. एमसीएक्स पर फरवरी 2026 डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध का भाव 357 रुपये यानी 0.26 प्रतिशत बढ़कर 1,40,230 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. इससे पहले शुक्रवार को सोना 1,40,465 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर तक गया था.
वैश्विक बाजारों में भी कीमती धातुओं की चमक कायम रही. कॉमेक्स पर सोने का वायदा भाव 0.35 प्रतिशत की तेजी के साथ 4,536.80 डॉलर प्रति औंस के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया, जबकि चांदी का वायदा भाव 7.09 प्रतिशत उछलकर 82.67 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर तक पहुंचा.