KVP Vs Bank FD: लोगों के लिए वर्तमान समय में कई निवेश विकल्प उपलब्ध हो चुके है. कुछ लोग सरकारी योजनाओं में निवेश विकल्प चुनते हैं तो कोई बैंक एफडी (Bank FD) में पैसा लगा रहे हैं. ऐसे ही दो बिना रिस्क वाले विकल्प बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) और पोस्ट ऑफिस किसान विकास पात्र योजना (Post Office Kisan Vikas Patra) है. 


किसान विकास पात्र 10 साल की मैच्योरिटी के साथ आता है और सरकार ने हाल ही में इसके ब्याज में बढ़ोतरी की है. वहीं दूसरी ओर एसबीआई, एचडीएफसी और पीएनबी जैसे बैंकों ने एफडी के ब्याज में कई बार इजाफा किया है और पहले से काफी ज्यादा ब्याज दे रहे हैं. यहां 10 साल की मैच्योरिटी पर दोनों विकल्पों की तुलना की गई है. आइए जानते हैं किसमें आपको ब्याज ज्यादा मिलेगा और किसमें कम. 


किसान विकास पात्र (Kisan Vikas Patra)


ये योजना छोटी बचत स्कीम के तहत आती है और इसका ब्याज तिमाही आधार पर तय किया जाता है. जनवरी से मार्च 2023 के लिए ब्याज दर 7.2 फीसदी सालाना है. अगर इस ब्याज पर आप निवेश करते हैं तो आपकी इनकम 10 साल में दोगुनी हो जाएगी. इसमें अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है, लेकिन कम से कम 1 हजार रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. 


किसान विकास पात्र पर टैक्स 


इस योजना पर टैक्स छूट नहीं दिया जाता है, क्योंकि किसान विकास पात्र स्कीम 80सी के तहत नहीं आती है. इनकम पर सरकार की ओर टीडीएस कटौती की जाती है. अगर आप इसमें 1 लाख रुपये का निवेश करते हैं और 10 साल तक बने रहते हैं तो मैच्योरिटी पर आपको 2 लाख रुपये मिलेंगे. 


फिक्स्ड डिपॉजिट पर कौन दे रहा कितना ब्याज 


10 साल की मैच्योरिटी पर एसबीआई एफडी पर 6.8 फीसदी का ब्याज, एचडीएफसी बैंक 7 फीसदी का सालाना ब्याज और पंजाब नेशनल बैंक 6.5 फीसदी का ब्याज दे रहा है और इसपर टीडीएस चार्ज की बात करें तो 10 से 20 फीसदी तक का टैक्स लागू होगा. 


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