Andhra Pradesh News: योग गुरु बाबा रामदेव की अगुवाई वाला 'पतंजलि समूह' आंध्र प्रदेश में एक बड़ी परियोजना शुरू करने जा रहा है. पतंजलि समूह ने राज्य में एक भव्य 'वेलनेस हब' (Wellness Hub) स्थापित करने की योजना बनाई है. इसके लिए कंपनी करीब 118 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. यह वेलनेस हब विशाखापत्तनम (वाइज़ैग) के येन्दादा (Yendada) इलाके में बनाया जाएगा.
राज्य का पहला निजी प्रोजेक्ट
यह परियोजना आंध्र प्रदेश सरकार की नई पर्यटन रणनीति के तहत काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. राज्य सरकार ने हाल ही में 'हेल्थ और स्पिरिचुअल टूरिज्म सर्किट' (स्वास्थ्य और आध्यात्मिक पर्यटन सर्किट) विकसित करने का निर्णय लिया है. पतंजलि का यह वेलनेस हब इस नई रणनीति के तहत शुरू होने वाला राज्य का पहला निजी प्रोजेक्ट होगा.
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता का एक साथ अनुभव कराना है. विशाखापत्तनम अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समुद्री तटों के लिए जाना जाता है, जो इसे वेलनेस टूरिज्म के लिए एक आदर्श जगह बनाता है. पतंजलि के इस हब में योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा (Naturopathy) जैसी सुविधाएं उपलब्ध होने की उम्मीद है, जहां लोग न केवल इलाज के लिए बल्कि मानसिक शांति के लिए भी आ सकेंगे.
पर्यटन और वेलनेस को बढ़ावा देने का काम
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और बाबा रामदेव के बीच राज्य में पर्यटन और वेलनेस को बढ़ावा देने को लेकर पहले भी चर्चा हो चुकी है. बाबा रामदेव ने आंध्र प्रदेश की प्राकृतिक सुंदरता की तारीफ करते हुए इसे विदेशी पर्यटन स्थलों से बेहतर बताया था. उन्होंने पर्यटकों से स्विट्जरलैंड या पेरिस जाने के बजाय आंध्र प्रदेश आने की अपील भी की थी.
सरकार की योजना राज्य के तटीय क्षेत्रों में ऐसे ही और भी केंद्र विकसित करने की है ताकि आंध्र प्रदेश को दुनिया के नक्शे पर एक प्रमुख 'वेलनेस डेस्टिनेशन' के रूप में स्थापित किया जा सके. पतंजलि का यह कदम न सिर्फ राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा. विशाखापत्तनम में बनने वाला यह सेंटर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यहां आने वाले पर्यटकों को भारतीय प्राचीन चिकित्सा पद्धति का लाभ मिलेगा.