Budget 2022: उद्योग मंडल एसोचैम (Industry Chamber Assocham) ने आगामी बजट में स्रोत पर कर कटौती (TDS) की दरों को तर्कसंगत बनाने का सुझाव बृहस्पतिवार को सरकार को दिया. आयकर अधिनियम में अलग तरह के लेनदेन में टीडीएस (TDS) की कई दरों का प्रावधान है. इसकी वजह से सही दर लागू होने को लेकर संशय पैदा होते हैं जो मुकदमों की वजह बनते हैं.
जानिए क्या है Assocham का सुझावएसोचैम ने अपने बयान में कहा कि टीडीएस की एक-दो दरें ही रखी जानी चाहिए और इसमें 0.1 फीसदी या एक फीसदी तक लाया जा सकता है. इन प्रावधानों के लिए सिर्फ एक या दो दरें ही रखने का सुझाव उद्योग मंडल ने दिया है.
मुकदमों को भी कम किया जा सकताउसने कहा, "ऐसा करने से कर विभाग के डेटाबेस में लेनदेन का विवरण दर्ज करने के साथ ही सही दर के आरोपण से जुड़े मुकदमों को भी कम किया जा सकता है."
TDS की हैं 40 धाराएं एसोचैम ने कहा कि वर्तमान में टीडीएस से जुड़ी करीब 40 धाराएं हैं. इसके अलावा कई तरह के नियम एवं फॉर्म भी रखे गए हैं. हालांकि अधिकतर टीडीएस कटौती में योगदान कुछ धाराओं का ही होता है.
क्या है एसोचैमएसोचैम की स्थापना 1920 में की गई थी. इस संगठन में 400 से ज्यादा चैंबर और व्यापारिक संघ शामिल हैं. एसोचैम ऐसा व्यापारिक संगठन है जो मुख्य तौर पर भारत के टॉप व्यापारिक संगठनों में से एक माना जाता है. इसकी शुरुआत मुख्य रूप से लक्ष्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार दोनों को बढ़ावा देने के लिए की गई थी.
एसोचैम का पूरा नाम “एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया” होता है. इसे “भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल” भी कहा जाता है. एसोचैम का मुख्य काम भारत के इंडस्ट्री और बैंकिंग सेक्टर की रक्षा करना है. वर्तमान समय में एसोचैम के अध्यक्ष बालकृष्ण गोयनका हैं.