Ashneer Grover Zomato Listing Made 2.25 Crore : शार्क टैंक (Shark Tank) के पूर्व जज अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) को आप जरूर जानते होंगे. आज फिर उनसे जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. अशनीर ग्रोवर ने दावा किया है कि पिछले साल 2021 में जोमैटो (Zomato) कंपनी की लिस्टिंग से उन्होंने महज 8 मिनट में 2.25 करोड़ रुपये की कमाई की थी.


इस बात को जानकर सभी हैरान रह गए हैं, आखिर कैसे अशनीर ने इतनी कमाई की है, पूरा मामला क्या है. इस खबर में हम आपको उनकी किताब 'दोगलापन (Doglapan): द हार्ड ट्रुथ अबाउट लाइफ एंड स्टार्ट-अप्स' में किए दावे के बारे जानकारी देने जा रहे हैं. जानिए पूरा किस्सा क्या है.


क्या है मामला 


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतपे (BharatPe) के पूर्व एमडी अशनीर का कहना है कि, पिछले साल 2021 में जोमैटो का आईपीओ आया था, जिसमें उन्होंने 100 करोड़ रुपये का दांव खेला था. हालांकि कोटक ग्रुप (Kotak Group) के साथ विवाद के कारण वह नायका (Nykaa) के आईपीओ को मिस कर गए थे. इसके बाद भी जोमैटो के आईपीओ में उन्होंने जमकर कमाई की. शार्क टैंक के जज अशनीर ने अपनी किताब 'दोगलापन' में यह दावा किया है. अशनीर ने आईआईटी दिल्ली और आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई की है.


कैसे खेला 100 करोड़ का दांव 


अशनीर का कहना है कि उन्होंने जोमैटो के लिए 100 करोड़ रुपये का दांव खेला था. इससे हर कोई हैरान था कि वह इतने पैसे कहां से लाएं. उन्होंने कहा कि, यह मुनाफा कमाने का सिंपल फंडा था- आईपीओ फाइनेंसिंग. मैंने अपनी जेब से केवल 5 करोड़ रुपये का निवेश किया. बाकी 95 करोड़ रुपये का इंतजाम कोटक वेल्थ ने किया. 1 हफ्ते के लिए इसका ब्याज 20 लाख रुपये था. जोमैटो का आईपीओ 3 गुना सब्सक्राइब हुआ और अशनीर को 3 करोड़ रुपये के शेयर मिले. 23 जुलाई, 2021 को जोमैटो का शेयर 115 रुपये पर लिस्ट हुआ जबकि इसका इश्यू प्राइस 76 रुपये था.


ऐसे हुआ फायदा


एक झटके में अशनीर ने अपने सारे शेयर बेच दिए. अशनीर ने कहा कि जब ट्रेड शुरू हुआ तो मुझे प्रति शेयर 136 रुपये मिले. मुझे इंटरेस्ट के साथ शेयर 82 से 85 रुपये का पड़ा था. इस तरह मुझे 2.25 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. 


कोरोना में बढ़ा जोमैटो का कारोबार 


अशनीर ने कहा कि वह जानते थे कि जोमैटो से उन्हें फायदा होगा. उन्होंने कहा, 'मैं दीपिंदर (जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल) को जानता था. मैं उनकी क्षमता को जानता हूं. कोरोना महामारी के दौरान जोमैटो के पास ऑर्डर्स की संख्या बढ़ी. इससे जोमैटो का मार्जिन बढ़ा है. इसलिए जोमैटो के शेयर की कीमत बढ़ना लाजिमी था. जोमैटो की सफलता ने अशनीर के लालच को और बढ़ा दिया. इसके बाद उन्होंने कार ट्रेड के आईपीओ पर भी दांव खेला लेकिन इसमें उन्हें 25 लाख रुपये का नुकसान हुआ. उनका कहना है कि स्टॉक मार्केट पब्लिक इक्विटी पोर्टफोलियो बनाना उनके बस की बात नहीं है. इसके बजाय वह ज्यादा जोखिम वाले वेंचर्स पर पैसा लगाना पसंद करते हैं.


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