Jio Financial Services: अंबानी परिवार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की तैयारी में है. मुकेश अंबानी का परिवार आज (30 जुलाई) जियो फाइनेंशियल सर्विसेज पर बड़ा दांव लगा सकता है. कंपनी ने अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी कि 30 जुलाई को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की एक बैठक होने वाली है, जिसमें इक्विटी शेयरों या वॉरंट के जरिए राइट्स या प्रेफरेंशियल इश्यू या क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (Jio Financial QIP) के जरिए फंड जुटाने पर विचार किया जाएगा. 

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कंपनी में अपनी मौजूदा हिस्सेदारी को बढ़ाने की तैयारी 

दरअसल, अंबानी परिवार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी मौजूदा 47 परसेंट की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 51 परसेंट कर सकती है. इससे कंपनी में उनका नियंत्रण और मजबूत हो जाएगा. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी क्रम में अंबानी परिवार जियो फाइनेंशियल सर्विसेज पर 10,000 करोड़ रुपये का बड़ा दांव लगा सकता है.

कंपनी ने कहा, 30 जुलाई को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की एक बैठक होने वाली है, जिसमें प्रतिभूतियों / इक्विटी शेयरों / वारंट के जरिए फंड जुटाने के तौर-तरीकों पर विचार किया जाएगा. इसमें राइट्स इश्यू, प्रेफरेंशियल इश्यू, योग्य संस्थानों की नियुक्ति या किसी अन्य तरीके भी फंड जुटाने के बारे में सोच-विचार किया जा सकता है. इस रकम का इस्तेमाल डिजिटल फाइनेंस, उधार देने की क्षमता और पेमेंट सर्विसेज जैसे सेगमेंट के ग्रोथ के लिए किया जाएगा. 

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कंपनी के पहली तिमाही के नतीजे 

इस महीने की शुरुआत में, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने कारोबारी साल 2025-26 की अपनी पहली तिमाही के नतीजों का ऐलान किया था. इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट 324.66 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के  312.63 करोड़ रुपये के मुकाबले 3.85 परसेंट ज्यादा है. कंपनी का ऑपरेश्नल रेवेन्यू 612.46 करोड़ रुपये दर्ज किया, जो वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में दर्ज 417.82 करोड़ रुपये के मुकाबले 46.58 परसेंट की बढ़त को दर्शाता है. 

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