Airlines Tickets Price: देश में हाल में हवाई किरायों के आसमान पर पहुंचने के बाद जोरदार तरीके से इसकी चर्चा हो रही है. आसमान छूते हवाई किरायों के बीच ये मांग फिर उठी कि सरकार को एयरलाइंस के एयर फेयर के ऊपर कैप या लिमिट तय करनी चाहिए जिससे यात्रियों को कुछ राहत मिले. हालांकि सरकार ने इस मांग को तो नहीं माना है पर एयरलाइंस को कुछ कदम उठाने के लिए कहा थाजिसके बाद अब हवाई किरायों में कमी देखी गई है. भारत सरकार के विमानन मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक ऐसा ही बताया जा रहा है.


13 से 56 फीसदी तक घटे हवाई किराए !


एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए की टैरिफ कॉल के मुताबिक भारत सरकार के विमानन मंत्रालय के डेटा को देखा गया है. इसमें 5 जून के मुकाबले 13 जून के हवाई किरायों की तुलना की जाए तो सरकार के दखल के बाद एयर फेयर 13 फीसदी से 56 फीसदी तक घट गए हैं. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इस हफ्ते पीक रूट्स पर एयरलाइंस के हवाई किरायों में भारी गिरावट देखी जा चुकी है और इससे एयर पैसेंजर्स को राहत मिलनी शुरू हो गई है.


हवाई किरायों पर लिमिट या कैप लगाने को सरकार नहीं तैयार


हालांकि आसमान छूते हवाई किरायों के बीच कल सरकार ने ये साफ कर दिया है कि वो एयरफेयर पर लिमिट या कैप लगाने नहीं जा रही है. सरकार का मानना है कि इससे एयरलाइन के बीच मुकाबले पर असर पड़ेगा और उन फायदों से पैसेंजर्स को महरूम रहना पड़ सकता है जो एयरफेयर के बीच मुकाबले के कारण एयरलाइंस मुहैया करा रही हैं.


विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उठाया था ये कदम


पिछले हफ्ते एयरलाइंस के शीर्ष मालिकों के साथ विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बैठक की थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे ऐसे रूट्स के किरायों पर नजर रखने के लिए कहा था जिनके किरायों में जोरदार इजाफा देखा गया. केंद्रीय मंत्री ने उनसे इस पर नरमी का रुख अपनाने के लिए भी कहा था. 


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