Air India - Vistara Merger Update: एयर इंडिया और विस्तारा के विलय पर मुहर लग गई है. सिंगापुर की प्रतिस्पर्धा वॉचडॉग ने ये मंजूरी दी है. सिंगापुर कम्पिटिशन वॉचडॉग ने कहा कि वो टाटा समूह की मालिकाना हक वाली एयर इंडिया और टाटा - सिंगापुर एयरलाइंस की ज्वाइंट वेंचर वाली एयरलाइंस विस्तारा के विलय को शर्तों के साथ मंजूरी देती है. 


इस कमिटमेंट के बाद मिली मंजूरी 


भारत का प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) पहले ही डील पर अपनी मुहर लगा चुका है. पर कम्पिटिशन एंड कंज्यूमर कमीशन ऑफ सिंगापुर  (CCCS) को एयर इंडिया और विस्तारा के विलय को लेकर कुछ आशंकाएं थी. रॉयटर्स के रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर के प्रतिस्पर्धा आयोग ने कहा कि सिंगापुर और भारत के बड़े शहरों नई दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और तिरुचिरापल्ली के बीच सबसे ज्यादा डायरेक्ट फ्लाइट्स में अधिक मार्केट शेयर इन्हीं एयरलाइंस के पास है जो चिंता का कारण है. प्रतिस्पर्धा आयोग की चिंताओं को दूर करने के लिए दोनों एयरलाइंस ने कहा कि वे प्री-कोविड लेवल के मुताबिक फ्लाइट्स को ऑपरेट करेंगे. साथ ही इंडीपेंडेंट डायरेक्टर्स को नियुक्त कर अनुपालन को मॉनिटर करने के साथ कैपिसिटी कमिटमेंट, सालाना रिपोर्ट और अंतरिम रिपोर्ट जमा करेंगे. इस भरोसे के बाद सिंगापुर के प्रतिस्पर्धा आयोग ने डील को मंजूरी दी है. 


रेग्यूलेटरी और एफडीआई अप्रूवल मिलना बाकी 


एयर इंडिया के विलय को दूसरे रेग्यूलेटरी और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश का अप्रूवल मिलना बाकी है. सिंगापुर एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कहा, विलय प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सिंगापुर एयरलाइंस अपने पार्टनर टाटा संस के साथ बाकी मंजूरी हासिल करने की दिशा में कार्य करता रहेगा. हालांकि एयर इंडिया की ओर से कोई बयान नहीं आया है. इस डील के मुताबिक एयर इंडिया और विस्तारा के विलय के बाद नई इकाई में टाटा की हिस्सेदारी 74.9 फीसदी होगी जबकि सिंगापुर एयरलाइंस के पास 25.1 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी. फिलहाल सिंगापुर एयरलाइंस की टाटा सिंगापुर एयरलाइंस में 49 फीसदी हिस्सेदारी है. 


एविएशन सेक्टर में बड़ा साम्राज्य स्थापित करेगी टाटा 


टाटा एयर इंडिया लिमिटेड में अपने चार एयरलाइंस ब्रांड का विलय करना चाहती है और इस विलय के जरिए एविएशन सेक्टर में बड़ा साम्राज्य स्थापित करना चाहती है. विलय के फैसले के बाद एयर इंडिया देश में विमानों की संख्या और मार्केट शेयर के लिहाज से दूसरी बड़ी एयरलाइंस बन जाएगी. जनवरी 2022 में टाटा ने भारत सरकार से एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. एयर इंडिया के अधिग्रहण से पहले टाटा समूह विस्तारा और एयरएशिया नाम से पहले ही दो एयरलाइंस ब्रांड ऑपरेट कर रहे थे.  


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