नई दिल्लीः उपद्रवी यात्रियों से निबटने के लिए एय़र इंडिया प्रबंधन ने कड़े कदम उठाने का प्रस्ताव किया है. प्रस्ताव में उड़ान में देरी करने वाले यात्रियों से वित्तीय नुकसान वसूलने का भी प्रावधान किया गया है.
प्रस्ताव के तहत- उपद्रवी यात्रियों की वजह से उड़ान में एक घंटे की देरी पर 5 लाख रुपये, दो घंटे तक की देरी पर 10 लाख और दो घंटे से ज्यादा की देरी पर 15 लाख रुपये वसूला जाएगा.
- हालांकि उपद्रवी यात्रियों से वसूली जाने वाली ये रकम सांकेतिक है. जुर्माने की अंतिम रकम क्या होगी, इसका फैसला कंपनी के व्यावसायिक निदेशक करेंगे.
- ऐसी किसी भी घटना की पूरी रिपोर्ट तुरंत ही व्यावसायिक निदेशक को भेजनी होगी.
- जब भी ऐसी कोई घटना होगी उसकी जानकारी सबसे पहले एय़रपोर्ट मैनेजर/स्टेशन मैनेजर/क्षेत्रीय निदेशक/व्यावसायिक निदेशक/ और अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक के कार्यालय को देनी होगी.
- कंपनी का कोई भी कर्मचारी मीडिया से सीधे बातचीत नही करेगा.
- भारतीय दंड विधान यानी आईपीसी की संबंधित धारा के तहत एफआईआर या पुलिस के पास शिकायत दर्ज करानी होगी.
- उपद्रवी यात्रियो से निबटने के लिए कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा.
एय़र इंडिया अधिकारियों के मुताबिक, अब इस प्रस्ताव पर कानूनी सलाह ली जा रही है. ये जानने की कोशिश की जा रही है कि क्या इसे लागू किया जा सकता है और लागू करने में क्या-कया दिक्कत आ सकती है. एय़र इंडिया ने बीते कुछ समय की घटनाओं के मद्देनजर ही ये प्रस्ताव तैयार किया है. कंपनी का कहना है कि ऐसी घटनाओं से जहां कर्मचारियों के मनोबल पर असर पड़ता है, वहीं कंपनी को निगेटिव पब्लिसिटी झेलनी पड़ती है.
इसी महीने की 7 तारीख को तृणमूल सांसद डोला सेन पर आरोप लगा कि अपने साथ व्हीलचेयर यात्री होने के बावजूद वो आपातकालीन दरवाजे के साथ की सीट छोड़ने की तैयार नहीं हुई. जबकि नियम कहता है कि आपातकालीन दरवाजे से लगी सीट पर चलने फिरने में लाचार या बच्चों को नहीं बिठाया जा सकता है. सांसद और एयरलाइन अधिकारियों के बीच विवाद के चलने दिल्ली से कोलकाता जाने वाली उड़ान के प्रस्थान में 39 मिनट की देरी हुई.
ये घटना ठीक उसी दिन घटी जब शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड पर 15 दिन तक चली उड़ान को लेकर पाबंदी हटायी गयी. गायकवाड़ ने 23 मार्च को पुणे से दिल्ली की उड़ान से उतरने से इनकार कर दिया था. आरोप है कि उन्होंने एय़रलाइन के कर्मचारी के साथ हाथापाई भी की. इसकी वजह से दिल्ली से गोवा जाने वाली उड़ान में देरी हुई. एक और घटना वाईएसआरसी सांससद मिथुन रेड्डी से जुड़ा है. उनपर आरोप है कि नवम्बर 2015 में जब देरी से आने पर उन्हें विमान में सवार होने से मान कर दिया तो उन्होंने अधिकारियों के साथ मारपीट की और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
ऐसे ही वीआईपी और साधारण यात्रियों से निबटने के लिए सरकार भी भी नो फ्लाई लिस्ट बनाने की तैयारी में है. लिस्ट बन जाने के बाद उपद्रवी यात्रियों के लिए उड़ान भरने पर रोक लगा दी जाएगी.