Google Cost Cutting Measures: दुनियाभर की टेक कंपनियां मुश्किल दौर (Layoffs in Tech Sector) से गुजर रही है. बढ़ते खर्च और घटती इनकम के कारण पिछले कुछ महीनों में कई टेक कंपनियों ने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी (Layoffs) की है. इसमें गूगल का नाम भी शामिल है. छंटनी के बाद गूगल ने कॉस्ट कटिंग करने के लिए एक और फैसला लिया है जिसका सीधे तौर पर कंपनी के कर्मचारियों पर पड़ेगा. कंपनी ने एक मेमो जारी करके कंपनी के कॉस्ट कटिंग के प्लान के बारे में बताया है. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक इस मेमो को गूगल के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर रूथ पोराट और गूगल के वाइस प्रेसिडेंट प्रभाकर राघवन ने अपनी मंजूरी दे दी है.


कंपनी का क्या है प्लान


गूगल ने अपने खर्च में कटौती (Google Cost Cutting) करने के लिए कर्मचारियों को मिलने वाली कुछ सुविधाओं में कमी करने का फैसला किया है. इसमें किचन और कैफे से संबंधित कटौती भी शामिल है. सबसे पहले कंपनी ने हाइब्रिड वर्क कल्चर (Hybrid Work Culture) की शुरुआत का फैसला किया है. ऐसे में कर्मचारी हफ्ते में कुछ दिन ऑफिस और कुछ दिन घर से काम कर सकेंगे. इसके अलावा जिस दिन ऑफिस में कर्मचारियों की संख्या कम रहेगी उस दिन गूगल के कैफे और किचन की सुविधाओं को बंद रखा जाएगा. इस सभी फैसिलिटी को कर्मचारियों के काम करने के डाटा के अनुसार बदला जाएगा.


AI पर गूगल कर रहा फोकस


कंपनी के मेमो के अनुसार गूगल फिलहाल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करना चाहता है. इसके लिए कंपनी को अधिक से अधिक फंड्स की आवश्यकता है. ऐसे में अपने खर्च को बचाने के लिए कंपनी ने पहले ही 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान कर दिया है. इस छंटनी के बारे गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा था कि कंपनी अपने खर्च में कटौती करके अपने प्रोडक्ट्स और दूसरी प्राथमिकताओं पर फोकस कर रही है. इसके लिए उन्हें छंटनी जैसे कई कड़े फैसले भी लेने पड़ रहे हैं.


ये भी पढ़ें-


Digi Yatra App: अब इस एयरपोर्ट पर नहीं करना होगा यात्रियों को घंटों का इंतजार! शुरू हुई डिजिटल चेक इन की सुविधा