अडानी समूह की बिजली कंपनी अडानी पावर के लिए एक नई डील का रास्ता साफ हो गया है. अडानी पावर इस नए सौदे में पिछले कई सालों से वित्तीय संकटों से जूझ रही पावर कंपनी लैंको अमरकंटक को खरीदने वाली है. इस सौदे को अब सीसीआई से भी हरी झंडी मिल गई है.


पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग यानी सीसीआई ने लैंकों अमरकंटक का अधिग्रहण करने के अडानी पावर के प्रस्तावित सौदे को गुरुवार को मंजूरी दी. इससे पहले पिछले महीने अडानी पावर की बोली को विनर चुना गया था. अडानी पावर ने दिवाला प्रक्रिया से गुजर रही बिजली कंपनी को खरीदने के लिए करीब 4000 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है.


इतना बड़ा है अडानी का ऑफर


थर्मल पावर जेनरेशन में लगी बिजली कंपनी लैंको अमरकंटक पावर कर्ज संकटों में घिर गई थी. उसके बाद कंपनी इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन की प्रक्रिया में चली गई थी. पिछले महीने खबरें आई थीं कि अडानी पावर ने लैंको अमरकंटक पावर के लिए 4,101 करोड़ रुपये का ऑफर पेश किया, जिसे विनर चुन लिया गया.


डील पर कई दिग्गजों की हुई भिड़ंत


लैंको अमरकंटक पावर को खरीदने में कई कंपनियां दिलचस्पी ले रही थीं. दक्षिण भारतीय बाजार में काम कर रही लैंको अमरकंटक के पास एक्टिव पावर प्लांट हैं, जिसके चलते नीलामी प्रक्रिया में कई दिग्गज दिलचस्पी दिखा रहे थे. कंपनी के लिए अडानी के अलावा वेदांता के अनिल अग्रवाल, मुकेश अंबानी और नवीन जिंदल ने भी दिलचस्पी दिखाई थी.


इस तरह तैयार हुई अडानी की राह


लैंको अमरकंटक पावर की कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया सितंबर 2019 में शुरू हुई थी. इसके लिए सबसे पहले 2022 में अनिल अग्रवाल की कंपनी ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज ने 3000 करोड़ रुपये की बोली पेश की थी. बाद में पीएफसी कंसोर्टियम ने 3,020 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. अडानी समूह ने पिछले साल नवंबर में सबसे पहले 3,650 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. उसके बाद अडानी ने अपने ऑफर में सुधार करते हुए दिसंबर में उसे बढ़ाकर 4,101 करोड़ रुपये कर दिया था. वहीं नवीन जिंदल की कंपनी जिंदल पावर ने जनवरी में 4,203 करोड़ रुपये का ऑफर पेश किया था, लेकिन बाद में कंपनी ने अपनी बोली वापस ले ली थी.


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