Adani Enterprises FPO: देश के सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी की अडानी समूह ने अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ  के प्राइस बैंड में कोई भी बदलाव करने से सिरे से इंकार कर दिया है. अडानी समूह ने बयान जारी कर कहा है कि अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ के निर्धारित समय और प्राइस बैंड में कोई बदलाव नहीं किया गया है.  


हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद बीते दो ट्रेडिंग सेशन में अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर के कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. शुक्रवार के ट्रेडिंग सेशन में शेयर का भाव 18.52 फीसदी गिरकर 2761.45 रुपये पर आय गया जो अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ के प्राइस बैंड 3112 से 3276 रुपये फिक्स किया हुआ है. ऐसे में ये कयास लगाया जा रहा है कि एफपीओ के प्राइस बैंड को कम किया जा सकता है. 


अडानी समूह के प्रवक्ता ने कहा, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के एफपीओ निर्धारित समय और घोषित प्राइस बैंड के अनुसार चल रहा है और एफपीओ के प्राइस बैंड में कोई बदलाव नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि, बैंकरों और निवेशकों सहित हमारे सभी स्टेकहोल्डर्स को एफपीओ पर पूरा भरोसा है. हम एफपीओ की सफलता को लेकर बेहद आश्वस्त हैं. 
अडाणी समूह ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण से ग्रसित और फर्जी है और अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ को नाकाम करने के इरादे से लाई गई है. 


बहरहाल निवेशकों के लिए अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ में आवेदन करने के लिए दो दिन बचे हैं. एफपीओ में 31 जनवरी 2023 तक आवेदन किया जा सकता है. शुक्रवार तक अडाणी एंटरप्राइजेज का एफपीओ पहले दिन केवल एक फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. बीएसई के डाटा के मुताबिक अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ के पहले दिन 4.55 करोड़ शेयर के बदले केवल 4.7 लाख शेयरों के लिए बोली आई है. अडानी इंटरप्राइजेज के एफपीओ में एंकर निवेशकों के लिए जो कोटा रिजर्व रखा गया है वो सब्सक्राइब हो चुका है. 6000 करोड़ रुपये एंकर निवेशकों से मिले हैं. 


ये भी पढ़ें- Ashneer Grover: अशनीर और उनकी पत्नी को BharatPe से कितनी मिलती थी सैलरी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा