ITR Scrutiny: इनकम टैक्स विभाग 48,702 दाखिल किये इनकम टैक्स रिटर्न की स्क्रूटनी कर रही है. वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने संसद को ये जानकारी दी है.  उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 और एसेसमेंट ईयर 2020-21 के लिये दाखिल किये इनकम टैक्स रिटर्न्स में Computer Aided Scrutiny Selection  (CASS) के आधार पर 48,702 आईटीआर की स्क्रूटनी की जा रही है जो आईटीआर पूल का 0.0725 फीसदी है. 


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दरअसल सरकार से ये सवाल पूछा गया था कि किया सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिये Computer Aided Scrutiny Selection (CASS) के जरिये कितने प्रतिशत रैंडम आधार पर आईटीआर स्क्रूटनी करने के लिये गाइडलाइंस जारी किया है? इसका जवाब देते हुये वित्त राज्यमंत्री ने कहा, नो सर इनकम टैक्स विभाग ने 2021-22 के लिये Computer Aided Scrutiny Selection के लिये कोई गाइडलाइंस जारी नहीं किया है. 


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छोटे टैक्सपेयर्स को टारगेट करने की बात को नकारा 


सरकार से ये भी सवाल किया कि क्या छोटे टैक्स पेयर्स को नोटिस भेजा जा रहा है जबकि बड़े टैक्स पेयर रैंडम स्क्रूटनी से बच जा रहे हैं और एक करोड़ रुपये से कम आय वाले छोटे टैक्सपेयर्स को क्यों टारगेट किया जा रहा है? वित्त राज्यमंत्री ने छोटे टैक्सपेयर्स को नोटिस भेजे जाने की बात को नकारते हुये कहा कि आईटीआर स्क्रूटनी का चयन प्रक्रिया के माध्यम किया जाता है. ऐसे मामलों का चयन के लिये अलग अलग मानदंड हैं जिसमें आय सीमा मायने नहीं रखता है. किसी भी आय वर्ग के मामलों का चयन किया जा सकता है जो स्क्रूटनी के लिये तय मानदंड के तहत आते हैं.