ड्रग्स मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन समेत तीनों आरोपियों को जमानत मिल जाने के बाद अब ये पूरा मामला बॉलीवुड की एक ऐसी फिल्मी कहानी की शक़्ल लेता जा रहा है,जहां हर तरह का भरपूर मसाला होने के बावजूद सस्पेंस अभी बरकरार है. अब सबसे बड़ा सस्पेंस ये बन गया है कि क्या समीर वानखेड़े भी उस कानूनी शिकंजे में फंस गए हैं जिसका इस्तेमाल उन्होंने औरों के लिए किया?


अपनी गिरफ्तारी की आशंका को लेकर ही आज उन्होंने बॉम्बे हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और खुद पर लगाये जा रहे आरोपों की जांच सीबीआई या किसी अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी से कराने की गुहार लगाई थी.लेकिन कोर्ट ने उसे ठुकराते हुए अलबत्ता उन्हें इतनी राहत दे दी कि मुंबई पुलिस उनके खिलाफ कोई भी कठोर कार्रवाई करने से पहले 72 घंटे का नोटिस देगी.यानी हाइकोर्ट ने वानखेड़े के खिलाफ मुम्बई पुलिस द्वारा की जा रही जांच पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई है.कानूनी भाषा में इसे Pre Arrest नोटिस कहते हैं,ताकि आरोपी को कानूनी राहत हासिल करने का मौका मिल सके. लिहाज़ा, ये समझना गलत है कि वानखेड़े को हाइकोर्ट ने कोई बड़ी राहत देकर उनकी संभावित गिरफ्तारी पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.


कानून की कुछ बुनियादी बारीकियों की समझ सत्ता में बैठे लोगों को भी होती है और खासकर ऐसे मंत्री को जिसने एक अफसर के खिलाफ जबरदस्त तरीके से मोर्चा खोल रखा हो. शायद यही वजह है कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने शाहरुख खान की फिल्म का मशहूर डायलॉग ट्वीट करके आज ये इशारा दे दिया है कि आगे क्या होने वाला है. मलिक ने ट्वीट किया है, ''पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त.'' जाहिर है कि उन्होंने ये ट्वीट समीर वानखेड़े को लेकर ही किया है.


चूंकि मुंबई पुलिस राज्य सरकार के अधीन है और नवाब मलिक पिछले 25 दिनों से वानखेड़े पर उगाही करने-करवाने और भ्रष्टाचार के आरोप जिस विश्वास के साथ लगा रहे हैं,उससे संकेत मिलता है कि राज्य सरकार के पास वानखेड़े के खिलाफ काफी मसाला है.इसीलिये हाइकोर्ट के आज के आदेश के बाद मलिक का हौसला और बुलंद हुआ है और उनके तेवर भी पहले से ज्यादा तीखे हो गए हैं. नवाब मलिक ने मीडिया से बातचीत में वानखेड़े पर तंज कसते हुए कहा कि "जेल भेजने वाला अब खुद जेल जाने से डरने लगा है.मैं फिर दोहरा रहा हूं कि यह झूठा मुकदमा है.जानबूझकर वानखेड़े ने उन पर आरोप लगाए.यदि आरोपी सबूत के साथ हाई कोर्ट जाएंगे तो वह पूरा मामला ही खारिज कर देगी."


मलिक ने वानखेड़े पर ये भी निशाना साधा कि "कल तक वह मुंबई पुलिस से गुजारिश कर रहे थे कि उन्हें गिरफ्तार ना किया जाए और आज हाई कोर्ट चले गए. यह वही पुलिस अधिकारी है जिन्होंने मुंबई पुलिस से सुरक्षा मांगी और अब एक सप्ताह में ही ऐसा क्या बदल गया कि उन्होंने मुंबई पुलिस में विश्वास खो दिया.सच यह है कि उन्होंने फर्जीवाड़ा किया है और इसलिए पुलिस से डरे हुए हैं.''


दरअसल,कानून के जानकार मानते हैं कि उगाही के जिन मामलों की शिकायतें मुंबई पुलिस को मिली है,उससे संबंधित कोई एक सबूत के आधार पर भी पुलिस तीन दिन की मोहलत का नोटिस देकर अब वानखेड़े को गिरफ्तार कर सकती है.अक्सर ऐसे मामलों में पुलिस छुट्टियों का फायदा उठाती है. चूंकि बॉम्बे हाइकोर्ट में 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक दीपावली का अवकाश है,लिहाज़ा इस दौरान वानखेड़े के पास अग्रिम जमानत पाने का भी कोई रास्ता नहीं बचेगा,इसलिये इस बीच उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी रहेगी.


इस पूरे मामले में नवाब मलिक ने आज एक और ट्वीस्ट करते हुए वानखेड़े की मुश्किलें और बढ़ाने का रास्ता खोल दिया है.उन्होंने दावा किया कि 2 अक्टूबर की रात  'दाढ़ी वाला जो शख्स क्रूज पर मौजूद था वो फैशन टीवी का प्रमुख काशिफ खान है और उसने ही कोरडेलिया क्रूज पर वह पार्टी आयोजित की थी.' उन्होंने सवाल उठाया है कि आखिर काशिफ खान पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया और समीर वानखेड़े व काशिफ खान के बीच क्या रिश्ता है? ये सच भी सामने आना चाहिए,एनसीबी भले ही न लाये लेकिन मुंबई पुलिस ये सच भी उजागर करेगी.


(नोट- उपरोक्त दिए गए विचार व आंकड़े लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं. ये जरूरी नहीं कि एबीपी न्यूज ग्रुप इससे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.)