आईपीएल में ऐसा लगभग हर बार होता है. आखिरी के तीन-चार लीग मैच टीमों की किस्मत को बनाते बिगाड़ते हैं. लगभग सभी सीजन का ट्रेंड है कि पहली दो टीमें तो आईपीएल के आधे सीजन तक पहुंचते पहुंचते साफ दिखाई देने लगती हैं. जैसा कि इस बार भी सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने किया है.


इन दोनों टीमों ने प्वाइंट टेबल में पहली और दूसरी पायदान पर काफी समय से कब्जा किया हुआ है. सनराइजर्स हैदराबाद ने 12 में से 9 और चेन्नई सुपरकिंग्स ने 12 में से 8 मैच जीते हैं. किंग्स इलेवन पंजाब फिलहाल 11 में से 6 मैच जीतकर अच्छी स्थिति में है. अगर उसने दो मैच और जीत लिए तो प्लेऑफ का रास्ता लगभग साफ हो जाएगा.

हमेशा की तरह लड़ाई प्लेऑफ की चौथी टीम को लेकर है. एक समय ऐसा था जब चौथी पायदान के लिए कोलकाता नाइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस तीनों ही टीमें दावेदार थीं. फिलहाल मुंबई की टीम पिछला मैच हारकर इस लड़ाई से बाहर है. अब असली दावेदारी कोलकाता और राजस्थान की टीम में है. राजस्थान की टीम ने पिछले तीन मैच लगातार जीते हैं.

तीन मैचों में से दो मैच उसने उन टीमों के खिलाफ जीते हैं जो प्वाइंट टेबल में उससे बेहतर टीमें हैं. मौजूदा ट्रेंड और टीमों के प्रदर्शन को देखकर ये लग रहा है कि फिलहाल राजस्थान रॉयल्स लीग की सबसे खतरनाक टीम हो गई है. उसने सही समय पर ‘पीक’ हासिल किया है. कोलकाता ने अगर मुंबई के खिलाफ अपना मैच जीत लिया होता तो स्थिति अलग होती लेकिन कोलकाता, मुंबई से 102 रनों के बड़े अंतर से हार गई थी.

राजस्थान ने लगातार जीते तीन मैच
रविवार को राजस्थान रॉयल्स का मुकाबला मुंबई की टीम से था. मुंबई की टीम भी पिछले हफ्ते पटरी पर लौटी थी. उसने भी तीन मैच लगातार जीते थे. लेकिन राजस्थान ने उसकी छुटटी कर दी. पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की टीम ने 168 रन बनाए थे. जवाब में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 18वें ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया. राजस्थान के लिए बटलर ने 53 गेंद पर 94 रनों की शानदार पारी खेली.

इससे पहले राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपरकिंग्स को 4 विकेट से हराया था. उस मैच में राजस्थान के सामने 177 रनों का लक्ष्य था, जो उसने मैच में एक गेंद बाकि रहते हासिल किया था. उस मैच में भी जीत के हीरो बटलर ही थे. उन्होंने 60 गेंद पर 95 रनों की शानदार पारी खेली थी. इससे पहले भी राजस्थान रॉयल्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को 15 रनों से हराया था. राजस्थान ने पंजाब को 159 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन पंजाब की टीम 143 रन ही बना पाई. इन तीनों ही मैचों को राजस्थान ने ‘कनविंसिंग’ से जीता है.

क्या राजस्थान प्लेऑफ में जगह बना सकता है?
राजस्थान के पास अभी दो मैच और है. 15 तारीख को उसे कोलकाता नाइट राइडर्स से खेलना है. इसके बाद 19 तारीख को उसका मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से है. इसमें राजस्थान और कोलकाता का मैच ही सबसे अहम मैच है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्लेऑफ के लिए चौथी टीम बनने की लड़ाई दरअसल इन्हीं दोनों टीमों के बीच है. दोनों ही टीमों ने 6-6 मैच जीते हैं. चूंकि कोलकाता का रनरेट बेहतर है इसलिए वो अभी प्वाइंट टेबल में चौथे नंबर की टीम है.

राजस्थान अगर जीत का चौका लगाती है तो उसका रास्ता आसान हो जाएगा. राजस्थान की अगली लड़ाई बैंगलोर से है. बैंगलोर की टीम का प्रदर्शन इस सीजन में बहुत खराब रहा है. वो फिलहाल प्वाइंट टेबल में सातवें नंबर पर है. बावजूद इसके ये सच है कि बैंगलोर की टीम राजस्थान रॉयल्स का काम खराब कर सकती है. ऐसे में राजस्थान रॉयल्स को दोनों ही मैचों की हर एक गेंद पर सतर्क रहना होगा. राजस्थान की टीम आईपीएल के पहले सीजन से लो-प्रोफाइल टीम रही है. इस बार राजस्थान की टीम ने ‘बैन’ के बाद वापसी की है इसलिए भी वो बेहतर प्रदर्शन करना चाहती है. आपको याद दिला दें कि आईपीएल का पहला सीजन राजस्थान रॉयल्स ने ही जीता था.