आईपीएल के इतिहास में अगर रोमांच, ऐक्शन, ड्रामा, इमोशन है तो इन बातों के आलोचक भी हैं. एक बड़ा वर्ग है जो टी-20 फॉर्मेट को नकारता है. उसे क्रिकेट की श्रेणी में रखने को तैयार ही नहीं होता. लेकिन बावजूद इसके आईपीएल की लोकप्रियता पहले जैसी ही बनी हुई है. बल्कि कुछ मामलों में तो लोकप्रियता बढ़ी ही है. इस सफलता के पीछे हैं क्रिकेट के आम फैंस. जो करोड़ो की तादाद में है. जनता जर्नादन है. वैसे भी हमारे देश में आम आदमी के लिए मनोरंजन के साधन सीमित हैं. लिहाजा उन्हें आईपीएल पसंद आता है.



अब मैदान के भीतर की बात करते हैं. आईपीएल 23 मार्च को शुरू हुआ. इसके फ़ॉर्मेट से हम सभी वाकिफ हैं कि जो चार टीमें प्वाइंट टेबल में टॉप पर रहती हैं वो प्लेऑफ खेलती हैं. दिलचस्प बात ये है कि वो चार टीमें कौन सी होंगी इसकी फाइनल तस्वीर आईपीएक के आखिरी लीग मैच से पता चलेगा. चेन्नई सुपरकिंग्स, मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स ने प्लेऑफ में जगह हासिल कर ली है लेकिन सीजन की चौथी टीम कौन सी है ये आखिरी लीग मैच से पता चलेगा. जो मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेला जाना है.

अब जरा सोच कर देखिए चालीस दिन से भी ज्यादा चले लीग मैचों में चार टीमें फाइनल नहीं हो पाईं तो इस ‘सस्पेंस’ को आप क्या कहेंगे? ये ‘सस्पेंस’ ही इस लीग की कामयाबी का सबसे बड़ा राज है. जिसका मतलब ना तो किसी ड्रामा से है और ना ही किसी विवाद से. ये खालिस क्रिकेट का सस्पेंस है. ऐसा भी नहीं कि ये ‘सस्पेंस’ आईपीएल में पहली बार देखने को मिला है बल्कि सच ये है कि अब तक खेले गए सभी सीजन में प्लेऑफ की चौथी टीम का नाम ऐसे ही उठापटक के बाद सामने आता है.

क्या कहता है प्वाइंट टेबल का गणित   
फिलहाल चेन्नई, मुंबई और दिल्ली की टीम ने 13-13 मैच खेले हैं. इन तीनों में चेन्नई के पास 18 और दिल्ली मुंबई के पास 16-16 प्वाइंट हैं. अभी तीनों टीमों को एक एक मैच और खेलना है. जिससे ये पता चलेगा कि प्लेऑफ में कौन सी टीम किससे भिड़ेगी. असली कहानी सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच है. इन दोनों टीमों ने 13-13 मैच खेले हैं. इन दोनों के पास 12-12 प्वाइंट हैं. जो भी टीम अपना आखिरी लीग मैच जीतेगी वो प्लेऑफ में चली जाएगी. दिलचस्प बात ये है कि अगर ये दोनों टीमें अपना अपना आखिरी लीग हार जाती हैं राजस्थान रॉयल्स अपना आखिरी मैच जीत लेती है तो उसके 13 प्वाइंट्स हो जाएंगे.

राजस्थान की टीम को तो अपना आखिरी लीग मैच शनिवार की शाम को ही खेलना है. सनराइजर्स हैदराबाद की किस्मत का फैसला भी शनिवार को दूसरे मैच में हो जाएगा. जिसमें उसे रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से मुकाबला करना है. सनराइजर्स हैदराबाद ने पहले लीग मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 118 रनों के बड़े अंतर से हराया था.

क्यों करना ही होगा रविवार का इंतजार
रविवार तक का इंतजार इसलिए करना होगा क्योंकि अगर राजस्थान की टीम शनिवार को जीत कर 13 अंक हासिल कर लेती है या हैदराबाद की टीम जीतकर 14 अंक हासिल कर लेती है तब भी आखिरी लीग मैच मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेला जाना है. कोलकाता के पास भी 14 अंक हासिल करने का मौका है. कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी पिछले लीग मैच में मुंबई को 34 रनों से हराया था. ये मामला इन मैचों के बाद भी इतना सीधा नहीं है क्योंकि अगर कोलकाता और हैदराबाद दोनों टीमों के 14-14 प्वाइंट्स हो जाते हैं तो लड़ाई नेट रन रेट तक भी जाएगा. यही आईपीएल का खालिस क्रिकेट रोमांच है. जिसकी आलोचना करना ठीक नहीं.