मुंबई: रणबीर कपूर, कपूर खानदान का एक ऐसा चिराग हैं, जिनसे सभी को बहुत उम्मीदें थीं. लेकिन पिछले कुछ बरसों से रणबीर कपूर की किस्मत उनका साथ नहीं दे रही और वह लम्बे समय से एक सुपर हिट फिल्म के लिए तरस रहे हैं. देखा जाए तो अपनी पिछली कुछ नाकामियों के चलते रणबीर अपने कुछ समकालीन अभिनेताओं के साथ अपने बाद आये कुछ अभिनेताओं से भी पिछड़ चुके हैं. रणवीर सिंह, वरुण धवन और टाइगर श्राफ जैसे अभिनेता आज इसलिए रणबीर कपूर से आगे नज़र आते हैं कि पिछले कुछ बरसों में इनकी फिल्मों ने रणबीर की फिल्मों से ज्यादा कमाई की और इन अभिनेताओं के पास रणबीर के मुकाबले ज्यादा विज्ञापन भी हैं. खुद रणबीर कपूर अपनी हालिया असफलताओं से निराश हैं. पिछले दिनों रणबीर ने कहा भी कि उन्हें एक हिट फिल्म की बहुत जरुरत है. लेकिन लगता है कि रणबीर कपूर की यह मुराद जल्द पूरी हो सकती है. रणबीर की आने वाली फिल्म ‘संजू’ रणबीर की किस्मत बदल कर उनकी जिंदगी में अच्छे दिन ला सकती है. रणबीर कपूर एक शानदार अभिनेता हैं इस बात को वह अपनी ‘रॉक स्टार’ और ‘बर्फी’ जैसी फिल्मों में तो बहुत अच्छे से साबित कर चुके हैं. रणबीर कपूर के करियर में ये दो फ़िल्में ऐसी हैं कि इन्हीं के कारण रणबीर लम्बी रेस जीतने वाले और अन्य बहुत से अभिनेताओं से अलग दिखाई दिए.



यूं तो रणबीर कपूर ने अब तक के 10 साल के करियर में कुल 16 प्रमुख फ़िल्में की हैं. इनके अलावा वह 7 अन्य फिल्मों में मेहमान भूमिका भी कर चुके हैं. रणबीर कपूर की पहली फिल्म ‘सांवरिया’ सन 2007 में आई थी और उनकी पिछली फिल्म ‘जग्गा जासूस’ पिछले वर्ष 2017 में. रणबीर का यह सौभाग्य रहा कि उन्हें शुरुआत में ही संजय लीला भंसाली जैसे फिल्ममेकर मिले. बाद में भी सिद्दार्थ आनंद, राजकुमार संतोषी, अयान मुखर्जी , शीमित अमीन, इम्तियाज अली, अनुराग बसु और करण जोहर सरीखे फिल्मकारों के साथ उन्होंने फ़िल्में कीं. हालांकि रणबीर की पहली फिल्म ‘सांवरिया’ बॉक्स ऑफिस पर कोई धमाल नहीं कर सकी, पर रणबीर ने अपने काम से अपनी पहचान बनाते हुए बॉलीवुड में अपनी अच्छी एंट्री ली. इसी के चलते रणबीर को सफलता-असफलता के बाद भी फ़िल्में मिलती आ रही हैं. इन फिल्मों में 'अजब प्रेम की गजब कहानी', 'रॉकेट सिंह: सेल्समेन ऑफ़ द ईयर', 'राजनीति' और 'ये जवानी है दीवानी' जैसी फिल्मों ने जहां व्यवसायिक सफलता भी पायी, वहां रणबीर के काम की भी तारीफ़ हुयी. लेकिन 'अंजाना-अंजानी', 'बेशरम', 'रॉय', 'बॉम्बे वेलवेट’, 'तमाशा' और 'जग्गा जासूस' जैसी फिल्मों की असफलता ने रणबीर के उजले चमकते करियर की चमक फीकी कर दी.



रणबीर कपूर की पिछली सुपर हिट फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ थी. निर्माता करण जौहर और निर्देशक अयान मुखर्जी की यह फिल्म सन 2013 में आई थी. फिल्म में रणबीर की नायिका वह दीपिका पादुकोण थीं जो उनकी दूसरी फिल्म ‘बचना ए हसीनों’ की नायिका होने के साथ उनकी पूर्व प्रेमिका भी थीं. यह फिल्म तो सुपर हिट रही और इसने देश में ही 190 करोड़ रूपये का बिजनेस किया. लेकिन इसके बाद रणबीर के करियर पर ऐसा ग्रहण लगा कि अभी तक वह उससे मुक्त नहीं हो पा रहे हैं.



इस दौरान रणबीर की एक फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ भी 2016 में आई. करण जौहर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में भी रणबीर का काम तो अच्छा था और अनुष्का शर्मा व ऐश्वर्य राय बच्चन जैसी दो नायिकाएं भी इस फिल्म में मौजूद थीं. यहाँ तक फिल्म ने देश में 110 करोड़ रूपये का बिजनेस भी किया. बड़े सितारों वाली यह भव्य फिल्म 100 करोड़ क्लब में पहुंचकर भी इसलिए सफल नहीं हो पायी कि इस फिल्म से और अधिक कमाई की उम्मीद थी. हालांकि ‘ए दिल है मुश्किल’ के बाद यदि रणबीर की कटरीना कैफ के साथ आई अनुराग बसु की ‘जग्गा जासूस’ हिट हो जाती तो ‘ए दिल है मुश्किल’ की आंशिक सफलता भी बड़ी सफलता बन सकती थी. लेकिन ‘जग्गा जासूस’ इतनी बुरी तरह फ्लॉप हुई कि रणबीर कपूर फिर से फ्लॉप स्टार की लाइन में ही पहुँच गए.


‘संजू’ बदल सकती है जिंदगी


इस 29 जून को प्रदर्शित हो रही फिल्म ‘संजू’ कई मायनों में अहम है. सभी की निगाहें इस फिल्म पर लगी हुई हैं. पहले तो इसलिए कि यह फिल्म अभिनेता संजय दत्त की जिंदगी पर बनी ऐसी फिल्म है जिसके प्रोमो ने ही सभी को झकझोर कर रख दिया है. फिर इस फिल्म को उन विधु विनोद चोपड़ा और राजकुमार हिरानी ने बनाया है जो संजय दत्त के साथ ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ और ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ जैसी सुपर हिट और बेहतरीन फिल्म बना चुके हैं. जब संजय दत्त जेल और कानूनी पचड़ों में फंस गए तो हिरानी ने आमिर के साथ ‘थ्री इडियट्स’ और ‘पीके’ जैसी दो और माइल्सस्टोन फ़िल्में बनाईं. इन फिल्मों ने भी सफलता के नए आयाम बनाकर नया इतिहास रचा. इसलिए ‘संजू’ की रिलीज से पहले ही यह सम्भावना प्रबल हो जाती है कि ‘संजू’ भी एक अच्छी फिल्म होगी. साथ ही संजय दत्त की जिंदगी अनेक उतार चढ़ाव के साथ जितनी सनसनीखेज, मार्मिक और दिलचस्प रही है, उससे ‘संजू’ को देखने की उत्सुकता बढती है. हिरानी क्योंकि संजय दत्त को बरसों से नज़दीक से जानते हैं इसलिए यह भी विश्वास जमता है कि फिल्म में दिखाई घटनाएं बनावटी–काल्पनिक न होकर वास्तविकता के करीब होंगी.



इन सबके साथ ‘संजू’ को देखने में दिलचस्पी इसलिए भी बनती है कि इसमें संजू की भूमिका रणबीर कपूर ने की है. फिल्म के प्रोमो में रणबीर का जबरदस्त काम देखकर हैरानी होती है. कई बार ऐसे लगता है कि हमारे सामने रणबीर नहीं संजू है. जैसे रणबीर, संजय दत्त के सगे छोटे भाई हों. रणबीर के कुछ दृश्य ही सिर चढ़कर बोलते हैं. साफ़ महसूस होता है कि रणबीर ने अपनी इस भूमिका के लिए जी तोड़ मेहनत की है. फिर फिल्म के दृश्यों में संजय दत्त पर जितनी यातनाएं और उनके जीवन में जितनी मुश्किलें दिखाई हैं उन्हें देख दिल पसीज जाता है. इससे लगता है कि ‘संजू’ सिर्फ रणबीर कपूर की ही नहीं संजय दत्त की जिंदगी भी बदल देगी.


संजय दत्त अपनी जिंदगी में कई बुरे दौर से गुजरे, जिनमें ड्रग्स की लत, फिल्मों की असफलता, पहली पत्नी ऋचा का वियोग, रिया पिल्लै से दूसरी शादी में जल्द तलाक और फिर आतंकवादियों का साथ देने के आरोप और जेल यात्राएँ. लेकिन फिल्म के दृश्य बोलते हैं कि संजय की जिंदगी जितनी भयावह और कष्टकारी रही है उसकी तो शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. इसलिए लगता है कि ‘संजू’ के बाद संजय दत्त को लोगों का पहले से भी कहीं ज्यादा प्यार मिलेगा. फिल्म संजय दत्त के प्रति सहानुभूति जुटाने के साथ उन्हें उन लोगों में भी दुलारा बना सकती है जो संजय दत्त के प्रति अपने अच्छे विचार नहीं रखते. साथ ही रणबीर कपूर को तो बतौर अभिनेता यह फिल्म नए शिखर प्रदान कर,उनके लिए वरदान बन सकती है.


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