बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान के पास इफरात में दौलत है तो उनके शौक भी महंगे किस्म के हैं. महंगी ब्रांडेड घड़ियां पहनना भी उनके शौक में शुमार है लेकिन इस बार दुबई से महंगी घड़ियां लाना उन्हें भारी पड़ गया. मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग की पूछताछ भी झेलनी पड़ी और तकरीबन 7 लाख रुपये की कस्टम ड्यूटी चुकाने की जो बदनामी झेलनी पड़ी, वह अलग है. करीब 11 साल पहले भी शाहरुख इसी तरह के एक मामले में फंस चुके हैं और तब भी उन्हें कस्टम ड्यूटी न चुकाने की बेइज्जती झेलनी पड़ी थी. इसलिए सवाल उठता है कि शाहरुख खान जैसी बड़ी शख्सियतें आखिर टैक्स चोरी क्यों करती हैं? ऐसा तो हो नहीं सकता कि अपने कैरियर में अनगिनत विदेशी दौरे कर चुके इन फिल्मी सितारों को टैक्स नियमों की कोई जानकारी ही न हो, इसलिए सवाल ये भी है कि फिर फिर महज कुछ लाख रुपये बचाने के चक्कर में इन्हें अपनी बदनामी होने से डर आखिर क्यों नहीं लगता है?


दरअसल, शाहरुख खान अपनी टीम के साथ  प्राइवेट चार्टर VTR - SG से दुबई गए हुए थे. उन्हें वहां ‘ग्लोबल आइकन ऑफ सिनेमा एंड कल्चरल नैरेटिव अवार्ड’ से नवाजा गया है. दुबई में आयोजित शारजाह बुक फेयर कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे अपने प्राइवेट चार्टर प्लेन से मुंबई पहुंचे. एयरपोर्ट के टी3 टर्मिनल पर शुक्रवार की रात करीब साढ़े 12 बजे रेड चैनल पार करते वक्त कस्टम ने शाहरुख़ खान और उनकी टीम के बैग में लाखों रुपए कीमत की घड़ियां पाई. इसके बाद कस्टम ने सभी को रोक दिया और बैग की जांच की गई.


जांच के दौरान बैग में कई महंगे ब्रांड- BUBEN & ZORWEG , Rolex ,Esprit-8 और ऐपल सीरीज की कई घड़ियां मिली. साथ ही घड़ियों के खाली बॉक्स भी मिले.कस्टम विभाग ने जब इन घड़ियों के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि शाहरुख ने इन घड़ियों को भारत लाने के लिए कोई कस्टम ड्यूटी नहीं चुकाई है.  घंटे भर की पूछताछ के बाद शाहरुख और उनकी मैनेजर पूजा ददलानी को एयरपोर्ट से जाने दिया गया लेकिन शाहरुख खान के बॉडीगार्ड रवि और टीम के अन्य सदस्यों को रोक लिया गया. कस्टम ने पहले इन घड़ियों की कीमत करोड़ रुपये से ज्यादा आंकी थी लेकिन शाहरुख़ खान की टीम ने बताया कि जितने घड़ी और बॉक्स है उनकी सबकी कीमत लगभग 18 लाख रुपये है. सबूत के तौर पर उन्होंने बिल भी पेश किया. बिल की जांच के बाद उन्हें 6.83 लाख रुपये की कस्टम ड्यूटी भरने के लिए कहा गया.


सवाल ये है कि अगर ये सारी घड़ियां शाहरुख ने ही खरीदी थीं, तो इनका बिल उनके बॉडी गार्ड रवि सिंह के नाम पर क्यों बनवाया गया? चूंकि नियमों के मुताबिक जिस बिल के नाम पर होता है,उसे ही कस्टम ड्यूटी अदा करनी पड़ती है.लिहाज़ा, बॉडीगार्ड रवि ने ही 6 लाख 83 हजार रुपये का कस्टम चुकाया लेकिन ये पैसा शाहरुख खान के क्रेडिट कार्ड से अदा किया गया, जिससे पता चलता है कि पहली नजर में नीयत टैक्स चोरी करने की ही थी. दरअसल, सवा 11 साल पहले जुलाई 2011 में भी शाहरुख खान कस्टम ड्यूटी न चुकाने के कारण फंस चुके हैं. हॉलैंड और लंदन की ट्रिप के बाद शाहरुख अपने परिवार के साथ जब मुंबई एयरपोर्ट पर उतरे थे, तो उन्हें उसी समीर वानखेड़े ने रोक लिया था, जिसने पिछले दिनों उनके बेटे आर्यन खान को ड्रग रखने के आरोप में फंसाया था. समीर वानखेड़े उस समय एयरपोर्ट पर असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ कस्टम्स के रूप में तैनात थे.


उस समय शाहरुख व उनके परिवार के पास कम से कम 20 बैग थे.विदेशी वस्तुओं को लेकर उनसे कई घंटों लंबी पूछताछ की गई और वानखेड़े की टीम ने उनके सामान की गहन जांच की थी, ताकि कस्टम ड्यूटी की चोरी न की जा सके.तब शाहरुख को 1.5 लाख रुपये की कस्टम ड्यूटी चुकाने के बाद ही एयरपोर्ट से जाने दिया गया था. हालांकि एयरपोर्ट के कस्टम विभाग में अपनी ड्यूटी के दौरान वानखेड़े,शाहरुख के अलावा कई अन्य हस्तियों को भी डीटेन कर चुके हैं. इस लिस्ट में फिल्म अभिनेत्री अनुष्का शर्मा, मिनिषा लांबा और सिंगर मीका सिंह प्रमुख हैं.अनुष्का को जुलाई 2011 में टोरंटो से भारत लौटते समय कथित तौर पर 40 लाख रुपये के अघोषित हीरे की ज्वेलरी लाने के लिए रोक दिया गया था. विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत निर्धारित सीमा से अधिक विदेशी मुद्रा ले जाने के आरोप में मीका को भी वानखेड़े ने 2013 में हवाई अड्डे पर डीटेन किया था.


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