एक आम भारतीय क्रिकेट प्रेमी की फिक्र इस वक्त यही है. बैंगलोर के टूर्नामेंट से बाहर होने और लगातार हारने से ज्यादा फिक्र उन्हें इस बात की है कि आखिर विराट कोहली को क्या हो गया है? इतने लंबे समय तक के लिए तो वो कभी आउट ऑफ फॉर्म होते ही नहीं हैं. आईपीएल में चूंकि भारतीय टीम के बाकि बल्लेबाज अलग अलग टीमों से खेलते हैं इसलिए सभी टीमों में थोड़ी बहुत दिलचस्पी आम क्रिकेट प्रेमियों की रहती ही है.


ऐसे में बैंगलोर से कहीं ज्यादा फिक्र उन्हें विराट कोहली के फॉर्म की है. ये फिक्र इसलिए थोड़ा और भी स्वाभाविक है क्योंकि विराट कोहली सिर्फ बैंगलोर के नहीं बल्कि भारतीय टीम के कप्तान भी हैं. आईपीएल के तुरंत बाद उन्हीं की कप्तानी में भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए इंग्लैंड जाना है. उनके खराब फॉर्म का सीधा मतलब है चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया की कमजोर दावेदारी.

विराट कोहली के साथ कहां आ रही है दिक्कत   
इस सीजन में विराट कोहली ने शुरूआती मैच कंधे की चोट की वजह से नहीं खेले थे. इसके बाद जब वो मैदान में उतरे तो उनसे काफी उम्मीदें थीं लेकिन वो उम्मीद पर खरे नहीं उतरे. अब तक खेले गए 9 मैचों में उन्होंने 250 रन बनाए हैं. उनकी औसत करीब 27 रनों की है. स्ट्राइक रेट भी 120 के आस पास ही है. इसमें 3 अर्धशतक शामिल हैं. यूं तो एक बल्लेबाज के लिए ये औसत आंकड़े कहे जाएंगे लेकिन विराट कोहली जैसे बल्लेबाज के लिए ये आंकड़े खराब माने जाएंगे.

सौजन्य: AFP

ये बताने की जरूरत नहीं है कि विश्व क्रिकेट में इस वक्त विराट कोहली का मुकाम कितना ज्यादा है. विराट कोहली की बल्लेबाजी के स्तर का वजन इन आंकड़ों को जानकर और बढ़ जाता है कि इसी आईपीएल के पिछले सीजन में उन्होंने एक दो नहीं बल्कि 4 शतक लगाए थे. 16 मैचों में उनके बल्ले से 973 रन निकले थे. उनका स्ट्राइक रेट भी 150 से ज्यादा का था. इस सीजन के आंकड़ों से इन आंकड़ों का फर्क साफ समझ आता है.

लंबा होता जा रहा है इंतजार
विराट कोहली के बल्ले से एक मैच विनिंग पारी निकले काफी समय हो गया है. आउट ऑफ फ़ॉर्म होना बड़ी आम बात है. बड़े से बड़ा स्टार खिलाड़ी अपने करियर में आउट ऑफ फ़ॉर्म होता है लेकिन विराट कोहली इतने लंबे समय तक कभी आउट ऑफ फॉर्म नहीं हुए. हालिया ऑस्ट्रेलियाई सीरीज में भी उनका बल्ला खामोश था लेकिन उससे ऐन पहले इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में उन्होंने बड़े शतक ठोंके थे. वनडे में भी पिछले दस मैचों में उनके नाम 3 शतक और 3 अर्धशतक दर्ज हैं.

इन आकड़ों से उलट आईपीएल के इस सीजन में विराट कोहली का बल्ला खामोश है. जिन 3 मैचों में विराट कोहली ने अर्धशतक लगाया भी है उसमें से 2 में उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा है. विराट कोहली के फॉर्म पर चर्चा इसलिए भी ज्यादा हो रही है क्योंकि उनके आउट ऑफ फ़ॉर्म होने की सूरत में एबी डीविलियर्स और क्रिस गेल भी रंग में नहीं दिखे.

विराट कोहली से कहां हो रही है चूक?

सौजन्य: IPL(BCCI)

इस सीजन में विराट कोहली पारी की पहली गेंद पर आउट हुए. एलबीडब्लयू आउट हुए. क्लीन बोल्ड हुए. गलत शॉट सेलेक्शन से कैच देकर आउट हुए. आउट होने के इन तरीकों में कुछ भी नया नहीं है लेकिन ये इस बात का संकेत है कि मैदान में विराट कोहली की एकाग्रता में कमी है. उन पर दबाव है. उन्हें गलतियों को दूर करने का मौका नहीं मिल रहा है. आईपीएल में व्यस्त शेड्यूल में ये संभव भी है क्योंकि लगभग औसतन हर दूसरे दिन या ज्यादा से ज्यादा तीसरे दिन खिलाड़ी को मैदान में उतरना होता है.

इस बीच के अंतराल में उसे एक शहर से दूसरे शहर की फ्लाइट लेनी होती है. नए होटल में चेक इन- चेक आउट करना होता है. जाहिर है नेट्स में जाकर अपनी गलतियों को पहचानने और उन्हें दूर करने का मौका ना के बराबर ही मिलता है. विराट कोहली की परेशानी दरअसल यही है. अब विराट के फैंस तो उम्मीदें लगाए बैठे हैं कि जल्दी से ये सीजन खत्म हो और उनके चहेते बल्लेबाज थोड़ा सुस्ता कर, थोड़ा संयम के साथ वापस आकर टीम इंडिया के लिए करिश्मे दिखाने की शुरूआत करें.