7 अप्रैल से शुरू हुए मुकाबलों का अंत आ गया है. 8 में से 5 टीमें खिताब की दौड़ से बाहर हैं. आज दूसरे क्वालीफायर मुकाबले के बाद एक और टीम बाहर हो जाएगी. कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच टूर्नामेंट में बने रहने और फाइनल खेलने की लड़ाई है. सनराइजर्स हैदराबाद ने लीग मैचों के बाद प्वाइंट टेबल में पहला पायदान हासिल किया था लेकिन पहले क्वालीफायर में उसे चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा.


वहीं एलीमिनेटर में कोलकाता नाइट राइडर्स ने राजस्थान रॉयल्स को हराकर यहां तक का सफर तय किया है. कोलकाता और हैदराबाद दोनों ही टीमें आईपीएल का खिताब पहले जीत चुकी हैं. दोनों ही टीमों को बड़े मैचों में भावनाओं पर नियंत्रण करना आता है. जाहिर है आज की लड़ाई कांटे की है. हैदराबाद के बल्लेबाजों को पिछली गलती से सबक लेना होगा.


हालांकि उनकी गेंदबाजी किसी भी टीम को डराने के लिए काफी है. कोलकाता के पास इस बात का फायदा जरूर है कि उन्हें ये अहम मैच अपने घरेलू मैदान में खेलना है. इस लड़ाई में सबसे खास बात होगी इन दोनों टीमों के कप्तानों का प्रदर्शन. इस सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियम्सन और कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान दिनेश कार्तिक ने टीम को फ्रंट से लीड किया है. दोनों ने ही अच्छी कप्तानी के साथ साथ मुश्किल परिस्थितियों में रन भी बनाए हैं. हालात ऐसे हैं कि दोनों को ही अपने टीम मालिकों और अपनी नेशनल टीम के सामने कुछ साबित भी करना है. खास बात ये भी है कि केन विलियम्सन आईपीएल के इस सीजन में इकलौते विदेशी खिलाड़ी थे जिन्हें किसी टीम की कमान सौंपी गई है.


बतौर कप्तान खुद को साबित करेंगे कार्तिक


दिनेश कार्तिक पिछले करीब डेढ़ दशक से भारतीय टीम का हिस्सा हैं. उन्होंने देश के लिए हर फॉर्मेट में खेला है. दिनेश कार्तिक को ‘बेस्ट रिप्लेसमेंट’ खिलाड़ी इसलिए भी कहा जा सकता है क्योंकि टीम इंडिया में अनफिट चाहे ओपनर हो, विकेटकीपर हो या मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हों सेलेक्टर्स को दिनेश कार्तिक ही याद आते हैं. जानकार कहते आए हैं कि दिनेश कार्तिक विकेटकीपिंग में धोनी से भी बेहतर हैं लेकिन बल्ले से उतने दमदार नहीं. ऐसी बातों के बीच इस सीजन में जब कोलकाता नाइट राइडर्स ने गौतम गंभीर को ‘रीटेन’ नहीं किया तो दिनेश कार्तिक को कप्तानी सौंपी. अगले साल विश्व कप भी होना है. फिलहाल तो धोनी ही टीम इंडिया की पहली पसंद होंगे लेकिन दिनेश कार्तिक को भी अच्छे प्रदर्शन के दम पर अपना दावा ठोंकना होगा. लिहाजा इस सीजन में उन्होंने बल्ले से कई अच्छी पारियां खेली हैं.


कार्तिक अब तक 15 मैचों में 490 रन बना चुके हैं. करीब 55 की औसत से उन्होंने कोलकाता के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. उनकी स्ट्राइक रेट भी 148 के करीब है जो दिखाती है कि उन्होंने आक्रामकता के साथ बल्लेबाजी की है. विकेट के पीछे भी कार्तिक ने कमाल का प्रर्दशन किया है. वो इस सीजन के सबसे कामयाब विकेटकीपर हैं. उन्होंने 15 मैच में 16 शिकार किए हैं. इसमें उन्होंने 13 कैच और 3 स्टंपिग की है. इस फेहरिस्त में धोनी दूसरे नंबर पर हैं.


वॉर्नर की कमी में भी निखरे केन विलियम्सन


दूसरी तरफ केन विलियम्सन हैं. न्यूजीलैंड के कप्तान हैं. करीब 8 साल के अंतर्राष्ट्रीय करियर में 29 शतक जड़ चुके हैं. टी-20 के अलावा टेस्ट और वनडे के भी भरोसेमंद बल्लेबाज हैं. उन्हें हैदराबाद की कप्तानी इसलिए दी गई क्योंकि टीम के नियमित कप्तान डेविड वॉर्नर पर बैन लगा हुआ है. आपको याद ही होगा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गेंद से छेड़छाड़ के मामले में डेविड वॉर्नर पर बैन लगाया गया था. 2016 में हैदराबाद ने वॉर्नर की कप्तानी में ही आईपीएल जीता था.


जाहिर है केन विलियम्सन साबित करना चाहते हैं कि उनमें भी टीम को खिताब दिलाने का माद्दा है. विलियम्सन ने इस सीजन में शानदार बल्लेबाजी की है. वो 15 मैचों में 685 रन बना चुके हैं. उन्होंने 8 हाफसेंचुरी लगाई है. करीब 58 की औसत और 144 का स्ट्राइक रेट बताता है कि केन विलियम्सन किस शानदार फॉर्म में हैं. सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की फेहरिस्त में वो पहले नंबर पर हैं. जाहिर है आज वो अपने इस सीजन की एक और खास पारी खेलने के लिए मैदान में उतरेंगे.