महेंद्र सिंह धोनी को बीसीसीआई ने T-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का मेंटोर बनाया है. ये खबर वाकई शानदार है क्योंकि आईसीसी की सभी ट्रॉफी जीतने वाले इकलौते कप्तान धोनी के टीम से जुड़ने पर विराट को ना सिर्फ रणनीति बनाने में मदद मिलेगी बल्कि धोनी पर हर खिलाड़ी का भरोसा भी है, उसका फायदा भी टीम इंडिया को मिलेगा. लेकिन सवाल ये है कि धोनी को टीम से जोड़ने के पीछे बस यही एक बात है या फिर बीसीसीसाई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने खेला कर दिया है ? क्या ये कदम कोच रवि शास्त्री के खात्मे का एलान है ? क्या दादा का शास्त्री से अदावत का बदला पूरा होने वाला है?


पुरानी है अदावत


गांगुली-शास्त्री की लड़ाई की शुरुआत करीब 4 साल पहले हुई जब गांगुली बीसीसीआई की क्रिकेट एडवायजरी कमेटी में थे, कोच का चयन होना था, शास्त्री ने आवेदन दिया था. लेकिन शास्त्री को कोच बनाने के पक्ष में गांगुली नहीं थे, इसलिए शास्त्री नहीं बने कोच. शास्त्री ने इसके बाद बिना नाम लिए कई ऐसे बयान दिए जिसे गांगुली पर सीधा निशाना माना गया.


24 साल पहले की कड़वाहट


साल 1997 में रवि शास्त्री ने गांगुली को बस में नहीं बैठने दिया था, शास्त्री का कहना था कि गांगुली लेट हो चुके थे और नियम ये था कि बस समय पर ही निकलेगी, किसी का इंतजार नहीं करेगी. ऐसे में नियमों के मुताबिक बस निकल गई, लेकिन पीछे रह गई गांगुली के मन में शास्त्री को लेकर कड़वाहट.


अब शास्त्री का क्या होगा ?


देखिए शास्त्री क्रिकेट के मौसम वैज्ञानिक हैं. क्रिकेट के दिनों में उनकी स्ट्रोक टाइमिंग पर भले ही सवाल उठे हों लेकिन शास्त्री की रिश्तों की टाइमिंग गजब की है. जब टीम में रहे तो कप्तानों से रिश्ते शानदार रखे, कोच बने तो विराट से रिश्ते बेहतरीन रखे. जब दो साल पहले गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष बने तभी शास्त्री भांप गए थे कि उल्टी गिनती शुरू हो गई है. विराट के साथ रिश्तों के दम पर शास्त्री कोच बने रहे, टीम इंडिया भी बेहतरीन प्रदर्शन कर रही थी,लिहाजा उन्हें हटाने का कोई ठोस कारण भी नहीं था. इस बार इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया का प्रदर्शन टेस्ट में शानदार रहा, वरना इसी दौरे के बाद शास्त्री का पत्ता कट जाता. शास्त्री T-20 वर्ल्ड कप तक टीम के साथ जुड़े रहना चाहते हैं, वो चाहते हैं कि वर्ल्ड कप जीतकर अलविदा कहें, इसलिए ही गांगुली और बोर्ड पर दबाव के लिए उन्होंने पहले ही एलान कर दिया कि वर्ल्ड कप के बाद वो कोच नहीं बने रहना चाहते. हालांकि वो वर्ल्ड कप जीत गए तो हटना और हटाना दोनों मुश्किल होगा.


धोनी देंगे शास्त्री को विदाई ?


बोर्ड के मुताबिक धोनी सिर्फ T-20 वर्ल्ड कप के लिए ही मेंटोर बनने के लिए तैयार हुए हैं, लेकिन अगर वर्ल्ड कप में भारत जीतता है तो फिर धोनी की भूमिका और कद दोनों बढ़ सकते हैं. ऐसे में गांगुली के लिए शास्त्री को हटाना आसान हो जाएगा क्योंकि धोनी के नाम पर पूरे देश में किसी को आपत्ति नहीं होगी. लेकिन शास्त्री भी पुराने खिलाड़ी हैं, ऐसे में ये तय मानिए कि अगर भारत वर्ल्ड कप जीता तो फिर नए सिरे से लड़ी जाएगी कोच की लड़ाई.