महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा की टीमें आज आईपीएल में आमने सामने होंगी. ये मुकाबला इसलिए बड़ा है क्योंकि दोनों ही टीमें आईपीएल की बड़ी टीमों में गिनी जाती हैं. दोनों ही टीमों ने आईपीएल का खिताब 3-3 बार जीता है. दोनों ही टीमों के कप्तान बहुत शांत दिमाग से ‘पारंपरिक’ कप्तानी करते हैं. इस मैच में लोगों की दिलचस्पी इसलिए भी है क्योंकि चेन्नई की टीम अब तक इस सीजन में खेले गए सभी तीन मैच जीती है और प्वाइंट टेबल में टॉप पर है. जबकि मुंबई की टीम को 3 मैचों में सिर्फ 1 जीत मिली है और वो सातवें पायदान पर है. असल मायने में देखा जाए तो यहां से हर एक मैच का सीधा असर ‘प्लेऑफ’ पर पड़ना है.



लिहाजा बड़े बड़े सितारों से सजी इन दोनों टीमों में फैंस की दिलचस्पी ज्यादा है. ये मुकाबला दो टीमों के साथ-साथ दो कप्तानों की दिमागी टक्कर जैसा भी है. महेंद्र सिंह धोनी को आपने मैदान में कभी जरूरत से ज्यादा चीखते चिल्लाते या जश्न मनाते आपने नहीं देखा होगा. वो बड़ी से बड़ी जीत के बाद भी बड़े ‘फ्लैट’ चेहरे के साथ मैदान से बाहर निकलते हैं. मैदान में टीम के खिलाड़ियों की किसी गलती पर उन्हें चिल्लाते भी आपने नहीं देखा होगा. मुश्किल परिस्थितियों में तनाव को चेहरे पर ना लाना भी उनकी निशानी है. ये सारी बातें कुछ हद तक ही सही लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी में भी हैं. वो भी कोशिश करते हैं कि गेंद और बल्ले के इस खेल को ज्यादा ‘कॉम्पलिकेटेड’ किए बिना मैदान में उतरा जाए.

पिछले मैच में चमका था धोनी का बल्ला  
पिछले मैच में धोनी का बल्ला जमकर चला था. धोनी ने 46 गेंद पर 75 रनों की शानदार पारी खेली थी. इसमें 4 चौके और 4 छक्के शामिल थे. धोनी ने आखिरी ओवर में लगातार 3 गेंद पर 3 छक्के लगाए थे. हालांकि धोनी की किस्मत भी थी कि पारी की शुरूआत में ही गेंद स्टंप पर लगने के बाद भी गिल्लियां नहीं गिरीं और वो बच गए. अब तक खेले गए 3 मैचों में धोनी ने 107 रन बनाए हैं.

रोहित शर्मा भी ठीक-ठाक फॉर्म में हैं. अब तक खेले गए 3 मैचों में उन्होंने 94 रन बनाए हैं. इसमें 48 रन उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी है. स्ट्राइक रेट करीब 147 का है. मुंबई की तरफ से इस सीजन में सबसे ज्यादा रन क्विंटन डी कॉक ने बनाए हैं. डी कॉक के खाते में 3 मैचों में 110 रन हैं. उनका औसत करीब 37 और स्ट्राइक रेट 147 के आस पास है. तेज गेंदबाजी में इस वक्त दुनिया के नंबर एक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह मुंबई के खाते में हैं. स्पिन गेंदबाजी डिपार्टमेंट में मुंबई को थोड़ा कमजोर आंका जा रहा है क्योंकि चेन्नई के पास हरभजन सिंह और इमरान ताहिर जैसे गेंदबाज हैं. इन दोनों ने इस सीजन में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है.

रोहित की कप्तानी को ना करें नजरअंदाज
मौजूदा फॉर्म भले ही चेन्नई के पक्ष में है लेकिन रोहित की कप्तानी को कमतर आंकना ठीक नहीं. वो लंबे समय से मुंबई की कप्तानी कर रहे हैं. अब तक चेन्नई के खिलाफ खेले गए 26 मैचों में से 14 में उनकी टीम को जीत मिली है. पिछले पांच मुकाबलों में भी चार मैचों के नतीजे मुंबई के पक्ष में रहे हैं. इसके अलावा 2017 के फाइनल मैच में उन्होंने जिस तरह सिर्फ पुणे को सिर्फ 129 रनों का लक्ष्य देकर भी हराया था उसकी बहुत तारीफ हुई थी. रोहित शर्मा ने विराट कोहली की गैरमौजूदगी में जब-जब टीम इंडिया की कप्तानी की है उन्हें कामयाबी मिली है. निदहास ट्रॉफी और एशिया कप जैसे टूर्नामेंट्स में उन्होंने अपनी कप्तानी के हुनर को साबित किया है.

ये सच है कि उपलब्धियों के पैमाने पर रोहित शर्मा और धोनी की तुलना कहीं से नहीं की जा सकती है लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी पर इसलिए चर्चा होती है क्योंकि कई बार वो मौजूदा कप्तान विराट कोहली से ज्यादा परिपक्व दिखते हैं. विराट कोहली की तरह वो जरूरत से ज्यादा प्रयोग नहीं करते. ‘कन्वेंशनल’ कप्तानी करते हैं. इस सीजन में भी विराट की टीम की हालत खराब है. अब तक खेले गए पहले चार मैचों में आरसीबी को हार का सामना करना पड़ा है.