केएल राहुल के बारे में तीन बातें कही जाती हैं. वो बहुत प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं. वो उन चंद खिलाड़ियों में से हैं जो टी-20, वनडे और टेस्ट तीनों में अच्छा प्रदर्शन करने की काबिलियत रखते हैं. केएल राहुल अभी सिर्फ 27 साल के हैं इसलिए उनके पास टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक खेलने का मौका है. परेशानी ये है कि ये बातें सुन-सुनकर कान पकने जैसी नौबत आ गई. मुसीबत ये है कि केएल राहुल इनमें से 27 साल के हैं वाली बात को छोड़कर बाकि दोनों बातों पर अक्सर नाकाम साबित होते हैं.


आईपीएल के इस सीजन के पहले दोनों मैच में वो बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं. ये ठीक है कि विराट कोहली कह चुके हैं कि आईपीएल के प्रदर्शन का 2019 विश्व कप की टीम इंडिया से कोई लेना-देना नहीं है. बावजूद इसके अगर केएल राहुल का प्रदर्शन यूं ही रहा तो टीम में उनकी जगह को लेकर बवाल होगा. बवाल इसलिए भी होगा क्योंकि वो विराट कोहली की पसंद हैं. जिसका ये मतलब कतई नहीं होना चाहिए कि वो बिना रन बनाए भी टीम में बने रह सकते हैं. बुधवार को कोलकाता के खिलाफ मैच में केएल राहुल जिस तरह से आउट हुए उसके बाद विराट कोहली को भी सोचना होगा कि कहीं वो जरूरत से ज्यादा भरोसा करके केएल राहुल को ‘कंफर्ट ज़ोन’ में तो नहीं डाल रहे.

पहले दो मैच और दो नाकाम पारियों का लेखा जोखा  
किंग्स इलेवन पंजाब को कोलकाता के खिलाफ बुधवार के मैच में जीत हासिल करने के लिए 219 रनों की जरूरत थी. जाहिर है कि इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करने के लिए एक शानदार शुरूआत मिले बिना कुछ नहीं हो सकता था. ये जिम्मेदारी केएल राहुल पर थी. केएल राहुल सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हो गए. लॉकी फर्ग्यूसन की गेंद को ड्राइव करना है या नहीं करना है की उधेड़बुन में वो मिडऑफ पर कुलदीप यादव को कैच थमा बैठे. राहुल के आउट होने के तरीके में साफ दिखाई दिया कि वो ‘डबल माइंडेड’ हो रहे हैं.

ऐसा भी नहीं है कि केएल राहुल को ओपनिंग की जिम्मेदारी नई नई मिली हो. वो इसी स्पेशलिस्ट पोजीशन पर खेलते रहे हैं. इससे पिछले मैच में भी वो सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए थे. तब हो-हल्ला इसलिए नहीं मचा क्योंकि उनकी टीम ने राजस्थान रॉयल्स को हरा दिया. पिछले मैच में भी गेंद उनके बल्ले के किनारे को छूती हुई विकेटकीपर के दस्ताने में चली गई थी. पहले ही ओवर में केएल राहुल को वापस पवेलियन लौटना पड़ा था. इस तरह पहले दो मैचों में केएल राहुल ने अब तक सिर्फ 5 रन बनाए हैं.

अच्छे नहीं रहे हैं हाल के दिन
केएल राहुल के लिए हाल का समय अच्छा नहीं रहा. महिलाओं को लेकर की गई उनकी अभद्र टिप्पणी के लिए उन्हें ‘बैन’ किया गया.  उनके साथ ये प्रतिबंध हार्दिक पांड्या पर भी लगा था. बाद में दोनों खिलाड़ियों को मैदान में उतरने की इजाजत मिली. ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि विराट कोहली को इन दोनों खिलाड़ियों की जरूरत समझ आती है. ये मैदान के बाहर की कहानी है. अब मैदान के अंदर का हाल जान लेते हैं.

पिछले पांच टेस्ट मैचों में उन्होंने कुल 94 रन बनाए हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वो पूरी तरह फ्लॉप रहे थे. पिछले पांच वनडे मैचों में उन्होंने कुल 102 रन बनाए हैं. इससे सबसे ज्यादा 60 रनों की उनकी पारी अफगानिस्तान के खिलाफ थी. अब आखिरी बात जो केएल राहुल के पक्ष में जाती है. 2018 सीजन में वो सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे खिलाड़ी थे. उन्होंने 14 मैचों में 659 रन बनाए थे. इसमें 6 अर्धशतक शामिल थे. 158.41 की स्ट्राइक रेट थी. ये आंकड़े हमने आपको इसलिए याद दिलाए क्योंकि अब केएल राहुल को भी इन आंकडों को याद करके प्रदर्शन में सुधार करना होगा.