न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी-20 में हार के साथ ही टीम इंडिया का करीब तीन महीने पुराना दौरा खत्म हुआ. इस हार को लेकर गंभीरता इसलिए ज्यादा नहीं है क्योंकि टीम इंडिया ने कई प्रयोग किए थे. विराट कोहली, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया था. कुल मिलाकर टीम मैनेजमेंट का प्रयास था कि विश्व कप से पहले हर उस खिलाड़ी को आजमा लिया जाए जो इंग्लैंड में काम आ सकता है. विजय शंकर, ऋषभ पंत, क्रुनाल पांड्या जैसे खिलाड़ियों को इसी सोच के साथ मैदान में उतारा गया था.


इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप के लिए यूं तो टीम इंडिया के 15 में से 12 खिलाड़ियों के नाम एकदम तय हैं. चर्चा अगर है या होनी है तो सिर्फ 2-3 जगहों को लेकर. इन खिलाड़ियों के नाम पर चर्चा इसलिए भी की जा रही है कि दुर्भाग्यवश अगर कोई मुख्य खिलाड़ी अनफिट हो जाए तो उसके ‘रिप्लेसमेंट’ के लिए ज्यादा परेशानी ना उठानी पड़े. 2011 विश्व कप से ऐन पहले प्रवीण कुमार का अनफिट होना या फिर हाल ही में अपने आपत्तिजनक बयान से हार्दिक पांड्या का ‘बैन’ होना ऐसी सूरतें हैं जिनके लिए प्लान ‘बी’ तैयार रखना होगा. आइए आपको बताते हैं कि विराट कोहली और रवि शास्त्री के प्लान ‘बी’ में अभी कौन कौन से खिलाड़ी हैं.

प्लान ‘बी’ में कौन कौन है शामिल
टीम इंडिया के प्लान ‘ए’ की तस्वीर साफ है. गेंदबाजी यूनिट में तो ये तस्वीर और भी ज्यादा साफ है. मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार बतौर तेज गेंदबाज और कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल बतौर स्पिन गेंदबाज टीम इंडिया की पहली पसंद हैं. तेज गेंदबाजों में एक नाम और जोड़ा जा सकता है. इस रेस में उमेश यादव सबसे आगे हैं. विकेटकीपर के तौर पर धोनी हैं ही. यहां प्लान ‘बी’ में ऋषभ पंत सबसे पहले आते हैं. ऋषभ पंत को टी-20 सीरीज में इसीलिए मौका दिया गया. सुनील गावस्कर समेत कई दिग्गज खिलाड़ियों ने कहा था कि आने वाली ऑस्ट्रेलिया सीरीज में ऋषभ को टॉप ऑर्डर में मौका देकर देखना चाहिए. टीम इंडिया ऋषभ में एक ऐसा बल्लेबाज देख रही है जो विरोधी टीम के गेंदबाज की साख की फिक्र किए बिना तेज गति से रन बटोर सकता है.

दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत में से टीम मैनेजमेंट किसी एक को चुन सकती है. एक संभावना ये भी है कि दिनेश कार्तिक बतौर रिसर्व ओपनर अपनी जगह बना लें. इसके बाद विजय शंकर के तौर पर एक और ऑलराउंडर की तलाश भी की जा रही है. ताज्जुब की बात ये है कि टी-20 सीरीज के तीनों मैचों में उन्हें प्लेइंग 11 में तो मौका मिला लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने उनसे एक भी ओवर गेंदबाजी नहीं कराई. जबकि वो मीडियम पेसर हैं.

लगता है कि टीम मैनेजमेंट को रवींद्र जडेजा या विजय शंकर में से किसी एक को चुनना पड़ेगा. इसके अलावा मुख्य चयनकर्ता ने अजिंक्य रहाणे के नाम पर भी चर्चा की बात कही है. इंग्लैंड की कंडीशंस में रहाणे पर दांव लगाना बुद्धिमानी का सौदा है. किसी और ‘स्पॉट’ पर चर्चा या प्रयोग का ‘स्कोप’ अब बचा नहीं है.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज है आखिरी मौका
23 अप्रैल तक टीम इंडिया को 15 खिलाड़ियों के नाम का ऐलान करना है. इससे पहले टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलेगी. 2 मार्च से लेकर 13 मार्च के बीच हैदराबाद, नागपुर, रांची, मोहाली और दिल्ली में वनडे मैच खेले जाएंगे. 2 मार्च से शुरू होने वाली वनडे सीरीज से पहले 2 टी-20 मैच भी खेले जाएंगे. यानि लिमिटेड ओवर के कुल सात मैच होंगे. इन सात मैचों में ही टीम इंडिया मैनेजमेंट को अपने सारे शक-सुबहा दूर करने हैं. 15 खिलाड़ियों की एक ऐसी टीम तैयार करनी है जो सबसे ज्यादा संतुलित हो.