सोमवार को अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में बांग्लादेश ने आसानी से 62 रनों से जीत दर्ज की. अफगानिस्तान की टीम ने पिछले मैच में जिस तरह भारतीय टीम की नाक में दम किया था उसके बाद इस मैच पर कई लोगों की नजर थी. लेकिन बांग्लादेश ने अपने ‘कंसिसटेंट’ प्रदर्शन के दम पर अफगानिस्तान को कोई मौका नहीं दिया. इस विश्वकप में बांग्लादेश के प्रदर्शन ने एक और बात साबित की है कि वो इस वक्त एशियाई टीमों में टीम इंडिया के बाद दूसरे नंबर की हकदार टीम है. इस बात से शायद ही कोई इंकार करेगा कि इस विश्व कप में बांग्लादेश का प्रदर्शन पाकिस्तान और श्रीलंका के मुकाबले ज्यादा कंसिसटेंट रहा है.



विश्व कप की प्वाइंट टेबल में भी बांग्लादेश श्रीलंका और पाकिस्तान से ऊपर है. पिछले करीब डेढ़ दशक में बांग्लादेश की टीम ने कई ऐसे उलटफेर किए जिसके बाद दुनिया भर की क्रिकेट टीमों को उन्होंने हैरानी में डाल दिया. लेकिन उनकी टीम के साथ हमेशा प्रदर्शन में ‘कसिंसटेंसी’ की परेशानी रही. लंबे समय तक बांग्लादेश की टीम पर ‘वनटाइम वंडर’ का टैग रहा, जो साल दो साल में एकाध मैच में बड़ी टीमों को हराकर सबको चौंका देती थी. लेकिन इस बार विश्वकप में उसका प्रदर्शन एक संतुलित टीम के तौर पर दिख रहा है. भले ही बांग्लादेश टॉप 4 टीमों में जगह ना बना पाए लेकिन उसने ये संदेश विश्व क्रिकेट को दिया है कि वो पहले से कहीं ज्यादा परिपक्व और संतुलित टीम है.

दक्षिण अफ्रीका को हराकर की सफर की शुरूआत
इस विश्वकप के अपने पहले ही मैच में उसने दक्षिण अफ्रीका को 21 रनों से हराकर अपने सफर की शुरूआत की. न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा. न्यूजीलैंड को तो उसने परेशान कर ही दिया था लेकिन इंग्लैंड ने बड़े अंतर से बांग्लादेश को हराया. बदकिस्मती से श्रीलंका के खिलाफ मैच बारिश की भेंट चढ़ गया. वरना बांग्लादेश का पलड़ा भारी था. इसके बाद बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 7 विकेट के बड़े अंतर से हराया.

अगले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने बांग्लादेश के खिलाफ 381 रन बनाए. ऐसा लगा कि बांग्लादेश की टीम एक और बड़ी हार देखने जा रही है लेकिन बांग्लादेश ने भी जवाब में 333 रन बनाकर दिखाया कि वो बड़ी टीमों से भी दो दो हाथ करने को तैयार है. अफगानिस्तान की टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच से पहले चेतावनी दी थी कि हम तो डूबेंगे सनम लेकिन तुमको भी ले डूबेंगे, ये चेतावनी कोरी साबित हुई. बांग्लादेश ने बड़ी आसानी से 62 रनों के अंतर से अफगानिस्तान को हराया.

भारत के लिए सावधान रहने की जरूरत क्यों
बांग्लादेश की टीम से भारत को भी सतर्क रहने की जरूरत है. भारत को बांग्लादेश से 2 जुलाई को मैच खेलना है. यूं तो भारतीय टीम का टॉप 4 में पहुंचना तय है लेकिन प्वाइंट टेबल में टॉप पर पहुंचने के लिए उसे बांग्लादेश को हराना होगा. बांग्लादेश वही टीम है जिसने 2007 में वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप में भारतीय टीम के पहले दौर से ही बाहर होने में अहम रोल अदा किया था. 2007 में बांग्लादेश ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया था. जिसके बाद भारतीय टीम का विश्व कप का सफर पहले दौर में ही थम गया था.

पाकिस्तान की टीम भी बांग्लादेश से घबराई हुई है. दक्षिण अफ्रीका को हराने के बाद पाकिस्तान की टीम के पास कमजोर ही सही लेकिन टॉप 4 में पहुंचने का एक मौका बना है. इसके लिए उसे अपने बाकि बचे सारे मैच जीतने हैं. बांग्लादेश को 5 जुलाई को पाकिस्तान से खेलना है. इससे पहले अगर पाकिस्तान की टीम एक भी मैच हार जाती है तो उसका टॉप 4 की रेस से बाहर होना तय है. इस विश्व कप से भले ही बांग्लादेश की टीम खाली हाथ लौटे लेकिन इतना तय है कि वो इस मोहर के साथ वापस लौटना चाहेगी कि वो इस वक्त कम से कम एशियाई क्रिकेट में नंबर दो की टीम है.