पटना में CPI की 'विराट रैली', कन्हैया और जिग्नेश सहित शरीक हुए विपक्ष के दिग्गज नेता
इस तस्वीर को शेयर करते हुए कन्हैया कुमार ने लिखा, ''तस्वीर साफ़ बता रही है कि जनता संविधान और लोकतंत्र के दुश्मनों का सामना करने के लिए कमर कस चुकी है. शिक्षा, खेती-किसानी आदि को बचाने का जज़्बा लेकर पटना के गाँधी मैदान को लाल झंडों से पाट देने वाले सभी साथियों का स्वागत है.''
कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया, ''न तो फुलवारी एक रंग के फूल से बनती है न देश एक ढंग की सोच से. विविधता में एकता ही भारत की ताकत है. तमाम विपक्षी दलों के नेता आज पटना के गाँधी मैदान से यही संदेश पूरे देश को दे रहे हैं.''
सीपीआई की रैली को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी संबोधित किया.
वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव देशभर में घूमघूम कर विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं. वे साफ कर चुके हैं कि 2019 के चुनाव में महागठबंधन का कोई पीएम चेहरा नहीं होगा. चुनाव के बाद ये तय होगा. आज सीपीआई के रैली में वे भी शामिल हुए.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी लगातार केंद्र की बीजेपी सरकार और नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साध रहे हैं. शहरों के नाम बदलने जाने को लेकर भी वे बीजेपी पर निशाना साध चुके हैं.
इस रैली में दलित नेता और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी भी शामिल हुए. तस्वीर में कन्हैया कुमार के अलावा बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा दिख रहे हैं.
गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में सीपीआई ने विराट रैली का आयोजन किया. इसमें अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने भाग लिया. इसमें राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव, बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा, सीपीआई (एमएल) के दीपांकर भट्टाचार्य, गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार शरीक हुए. इस रैली में वक्ताओं ने बीजेपी की सरकार पर निशाना साधा.