साल 2025 भारत के दो-पहिया वाहन बाजार के लिए बहुत शानदार रहा है. इस साल बाइक और स्कूटर की बिक्री ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. अब तक देशभर में 2 करोड़ से ज्यादा दो-पहिया वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है. यह पहली बार है जब बिक्री का आंकड़ा इतनी बड़ी संख्या तक पहुंचा है. हालांकि GST में बदलाव के बाद बाजार से उम्मीदें और ज्यादा थीं, लेकिन इसके बावजूद यह उपलब्धि अपने आप में बहुत बड़ी मानी जा रही है.
क्या बताते हैं रजिस्ट्रेशन के आंकड़े?
- वाहन पोर्टल पर 29 नवंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से दिसंबर 2025 के बीच कुल दो-पहिया रजिस्ट्रेशन करीब 20.2 मिलियन यानी 2.02 करोड़ रहा है. साल खत्म होने तक यह संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि कई बार डेटा अपडेट होने में कुछ दिन लग जाते हैं. जनवरी से नवंबर 2025 के बीच रजिस्ट्रेशन में करीब 7 प्रतिशत की सालाना बढ़ोतरी देखने को मिली. वहीं फैक्ट्री से डीलरों तक पहुंची गाड़ियों की संख्या भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रही.
GST 2.0 से बाजार को मिला बड़ा सहारा
- GST 2.0 ने दो-पहिया बाजार को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई. पहले सभी दो-पहिया वाहनों पर 28 प्रतिशत GST लगता था. नए सिस्टम में 350cc तक की बाइक और स्कूटर पर GST घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया गया. इससे देश के ज्यादातर आम मॉडल सस्ते हो गए और ग्राहकों ने ज्यादा खरीदारी की. इसका असर खासकर त्योहारों के मौसम में साफ दिखा, जहां बिक्री ने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए.
ग्रामीण भारत बना असली ग्रोथ इंजन
- ऑटो डीलर्स की संस्था FADA के मुताबिक, इस साल दो-पहिया बिक्री की सबसे बड़ी वजह ग्रामीण भारत रहा. अच्छे मानसून, बेहतर फसल और किसानों की बढ़ी आमदनी से गांवों में खरीदने की ताकत बढ़ी है. गांवों में बाइक और स्कूटर की मांग शहरों के मुकाबले कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ी. खासकर कम्यूटर बाइक और स्कूटर की बिक्री में बड़ा उछाल देखने को मिला. इलेक्ट्रिक दो-पहिया वाहनों में भी लोगों की रुचि बढ़ी है. बता दें कि GST में राहत, बेहतर आर्थिक हालात और ग्रामीण मांग की वजह से यह सेक्टर नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है. आने वाले सालों में अगर यही रफ्तार बनी रही, तो दो-पहिया बाजार और भी बड़े रिकॉर्ड बना सकता है.
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