Nitin Gadkari News: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि वह एक ऐसा कानून लाने जा रहे हैं, जिसके तहत वाहनों के हॉर्न के रूप में भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की आवाज़ का इस्तेमाल अनिवार्य होगा. ऐसे में अब आपको हॉर्न की बजाय बांसुरी, तबला और हारमोनियम की आवाज सुनाई देगी. नितिन गडकरी ने साफतौर पर कहा है कि सभी वाहनों के हॉर्न में भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की आवाज होनी चाहिए, जिसे सुनने का अनुभव और भी सुखद हो.

भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार- गडकरी

नितिन गडकरी ने एक समारोह के दौरान कहा कि वो एक ऐसा कानून बनाने की योजना कर रहे हैं जिसमें सभी वाहनों के हॉर्न भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों पर आधारित होंगे, ताकि उन्हें सुनना सुखद हो. इसमें बांसुरी, तबला, वायलिन, हारमोनियम केवल भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा. 

गडकरी ने बताया कि भारत इस समय दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार है. उनके मुताबिक, देश में वायु प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान 40 फीसदी है. नरेन्द्र मोदी सरकार मेथेनॉल, एथेनॉल सहित हरित और जैव ईंधन पर चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दे रही है.

कारों के निर्यात से मिलता है ज्यादा फायदा- गडकरी

नितिन गडकरी ने कहा कि भारत को दोपहिया वाहनों और कारों के निर्यात से ज्यादा राजस्व मिलता है. उन्होंने बताया कि 2014 में भारतीय वाहन क्षेत्र का मूल्य 14 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है. अगर राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की बात मानी जाए तो भारतीय सड़कों पर कार के हॉर्न के इस्तेमाल के नियमों में जल्द ही बड़ा बदलाव हो सकता है.

गडकरी ने वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग में भारत की स्थिति पर जोर देते हुए कहा कि देश दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन गया है, जो केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन से पीछे है. उन्होंने कहा कि भारत दोपहिया वाहनों और कारों के निर्यात से काफी राजस्व अर्जित करता है.

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