Disadvantage Of Car Overloading: अगर आपकी कार में कैपेसिटी से ज्यादा लोग सवार हो रहे हैं या उसमें कैपेसिटी से ज्यादा लोडिंग हो रही है तो आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. अधिकतर लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता है. अगर आपको भी इसके बारे में जानकारी नहीं है तो जान लीजिए कि ओवरलोडिंग से होने वाले भारी नुकसान क्या-क्या हैं.

ओवरलोडिंग से इंजन पर पड़ता है असरओवरलोडिंग करने से इंजन पर बहुत बुरा असर पड़ता है. इससे गाड़ी का इंजन गर्म होने लगता है. ओवरलोडिंग इंजन पर दबाव बनाता है. दवाब के कारण इंजन ओवरहीट होने लगता है. ये समस्या तब आती है, जब गाड़ी में कैपेसिटी से ज्यादा वजन होता है. इसलिए आपको इसका खास ख्याल रखना चाहिए कि गाड़ी की कैपेसिटी के अनुसार ही लोगों को अपनी गाड़ी में बैठाएं.

बिगड़ जाएगा आपके कार का बॉडी फ्रेमआप अगर अपने गाड़ी का बॉडी फ्रेम सही रखना चाहते हैं तो ओवरलोडिंग कभी न करें, क्योंकि ओवरलोडिंग का सीधा असर गाड़ी के बॉडी फ्रेम पर भी पड़ता है. गाड़ी पर अगर ज्यादा वजन पड़ेगा या उसमें ज्यादा लोगों को बैठाया जाएगा, तो गाड़ी के फ्रेम पर लोड पड़ेगा और गाड़ी का फ्रेम बिगड़ने लगेगा. बॉडी फ्रेम फटने लगता है और उसमें दरार पड़ जाती है. गाड़ियों के बॉडी फ्रेम काफी महंगे आते हैं, इसलिए आपको ओवरलोड़िंग से बचना चाहिए.

सस्पेंशन और टायर पर पड़ेगा दबावअगर आप गाड़ी की कैपेसिटी से ज्यादा लोगों को उसमें बैठाते हैं या ज्यादा सामान भरते हैं तो इसका असर गाड़ी के सस्पेंशन और टायर पर ज्यादा दबाव के रूप में पड़ता है. अगर गाड़ी का टायर या सस्पेंशन खराब होता है तो आपको इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़ती है, क्योंकि गाड़ी के ये दोनों ही पार्ट बहुत महंगे आते हैं.

यह भी पढ़ें- Electric Car: 8 सीट वाली ये इलेक्ट्रिक कार एक बार चार्ज होने पर चलेगी 1000 किलोमीटर, जानिए कितनी है कीमतयह भी पढ़ें- Citroen C3 vs Tata Punch: माइक्रो एसयूवी की जंग, जानिए किसमें क्या हैं फीचर और कौनसी है बड़ी


Car loan Information:

Calculate Car Loan EMI