Electric vs Petrol Car Cost: एक समय था जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बीच काफी अंतर होता था, लेकिन अब इन दोनों के दाम लगभग बराबर ही हो गए हैं. ऐसे में लोग अब नए और सस्ते विकल्प की ओर रुख कर रहे हैं. जिसमें इस समय इलेक्ट्रिक वाहनों का क्रेज सबसे ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है. इलेक्ट्रिक कारों को चलाने का खर्च काफी कम होता है, और इनका मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम होता है, जिससे ग्राहकों के मन में इसे एक सस्ते विकल्प के तौर पर समझने की छवि बन जाती है. लेकिन इलेक्ट्रिक कारों की कीमत पेट्रोल कर की कीमत की अपेक्षा काफी अधिक होती है. ऐसे में यदि आप एक इलेक्ट्रिक कार खरीदते हैं तो आप इन कारों की कीमत के बीच के अंतर की भरपाई कब तक कर पाएंगे, आज हम आपको इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं.
कीमत में कितना है अंतर
इस गणित को समझाने के लिए एसेट योगी नाम के यूट्यूब चैनल पर एक एक्सेल शीट के माध्यम से पूरी कैलकुलेशन एक वीडियो में समझाया गया है. जैसे कि हम यदि टाटा नेक्सॉन के ईवी और पेट्रोल वर्जन की तुलना करें तो हम इसे इस प्रकार समझ सकते हैं.
Tata Nexon के XMA AMT पेट्रोल वैरिएंट की कीमत 70 हजार रुपये के रोड टैक्स के साथ 11.23 लाख रुपये ऑन रोड पड़ती है.
वहीं Tata Nexon EV Prime के XZ Plus वैरिएंट की ऑन रोड कीमत लगभग 17.21 लाख रुपये पड़ती है. इलेक्ट्रिक वाहनों पर आपको रोड टैक्स नहीं देना होता है, इसलिए अब दोनों कारों के बीच करीब 6 लाख रुपये का अंतर रह जाता है.
कितनी होती है रनिंग कॉस्ट
यदि हम 5 सालों की रनिंग कॉस्ट की बात करें तो, हम यदि यह मानें कि आप प्रतिदिन 40 किमी का सफर करते हैं, तो आप सालाना 14,600 किमी का औसतन सफर पूरा करेंगे. जिसमें एक पेट्रोल कार से प्रति किमी 7 रुपये और इलेक्ट्रिक कार से प्रति किलोमीटर चलने का खर्च 0.70 रुपये पड़ता है.
इस खर्च के अलावा इंश्योरेंस और सर्विस अन्य सभी खर्चों को जोड़कर 5 साल में आपको करीब 6 लाख रुपये खर्च करने होंगे. ऐसे में 5 साल बाद पेट्रोल कार पर हुआ कुल खर्च (कीमत और रनिंग कॉस्ट) जोड़कर 17.21 लाख रुपये होता है, जबकि इलेक्ट्रिक कार का कॉस्ट 5 साल बाद 18.82 लाख रुपये रहता है. यानि 5 सालों के बाद भी एक इलेक्ट्रिक कार, पेट्रोल कार से महंगी होगी.
यह भी समझें
दोनों कारों की कीमत के बीच में जो 6,00,000 रुपये का फर्क रहता है, उसे आप एक इन्वेस्टमेंट मान सकते हैं. यानी यदि पेट्रोल कार खरीदने वाला व्यक्ति बाकी 6 लाख रुपये का 5 साल की FD कराता है तो यह करीब 8 लाख रुपये हो जाता है. यानि आप फिर भी एक पेट्रोल कार की खरीद के साथ फायदे में रह सकते हैं.
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