Vinayak Chaturthi Date: 21 जुलाई यानी आज सावन की पहली विनायक चतुर्थी मनाई जा रही है. हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है. यह चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है. आज के दिन पूरे विधि विधान से गणेश भगवान की आराधना की जाती है. शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि आज सुबह 06 बजकर 58 मिनट से शुरू हो चुकी है.

पूजा का शुभ मुहूर्त

विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त आज 11 बजकर 05 मिनट से दोपहर 01 बजकर 50 मिनट तक है. आज लाभ-उन्नति मुहूर्त और अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त भी है. लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 10 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक का ही है. वहीं अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 27 मिनट से शुरू होकर दोपहर 02 बजकर 10 मिनट तक रहेगा. वहीं रवि योग आज दोपहर 1 बजकर 58 मिनट से 22 जुलाई को सुबह 5 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. 

इस तरह करें गणपति की आराधना

विनायक चतुर्थी के दिन सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. भगवान गणेश के सामने प्रार्थना करते हुए पूजा का संकल्प लें. एक चौकी पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें. चंदन का तिलक लगाकर गणपति को वस्त्र, कुमकुम, धूप, दीप, लाल फूल अक्षत, पान और सुपारी अर्पित करें. गणपति के मंत्रों का उच्चारण करें. उन्हें लड्डू और मोदक का भोग लगाएं. गणेज जी के स्थान के सीधे हाथ की तरफ घी का दीपक और दक्षिणावर्ती शंख और सुपारी रखनी चाहिए.

हाथ में जल और अक्षत लेकर गणपति और सभी देवताओं का स्मरण करें. अक्षत को पुष्प चौकी पर समर्पित कर दें. गणपति महाराज का पूजन करें. इसके बाद पंचोपचार या षोडषोपचार के द्वारा गणपति जी की आराधना करें. गणेश जी की आरती के साथ पूजा का समापन करें.

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